
Yoga Ka Mahatva
Yoga Ka Mahatva- योगा की उत्पत्ति भारत में हुई थी। योगा का महत्व योगाचार्य महर्षि पतंजली ने योगदर्शन में सूत्रों के रूप में प्रस्तुत किया है। आज वही योग दुनियाभर में प्रसिद्धि पा रहा है।
योग सभी के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। योगा व्यायाम का प्रकार है जो, नियिमित अभ्यास के माध्यम से शारीरिक और मानसिक अनुशासन सीखने में मदद करता है। योगा शरीर और मस्तिष्क के संबंधों में सन्तुलन बनाने में मदद करता है। योगा का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, तो आईए जानते है योगा का महत्व।
गर्भावस्था में योग
योगा गर्भावस्था के समय स्वस्थ रहने की सबसे सरल प्रणाली है। नियमित रूप से योग करने वाली गर्भवती महिलाओं को थकान कम होती है तनाव दूर होता है साथ ही मांसपेशियों में खिंचाव के कारण लचीलापन भी आता है। गर्भावस्था के समय बेहतर रक्तसंचार, पाचन और Nervous System पर नियंत्रण रहता है। जिसके कारण पीठ दर्द, नींद न आना, पैरों में दर्द, अपच जैसे लक्षणों में आराम मिलता है। लेकिन गर्भावस्था के समय कुछ भी शुरू करने से पहले Doctor की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
नशे से छुटकारा
किसी भी प्रकार के नशे से जीवन का नाश ही होता है। जैसे ध्रुमपान से कैंसर, T.B. जैसे जानलेवा बीमारियां हो जाती है, लेकिन योगा से किसी भी प्रकार के नशे से छुटकारा पाया जा सकता है। बहुत से छात्रो को अपने जीवन निर्माण के समय मादक द्रव्यों की आदत लग जाती है। यह मादक द्रव्य स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते है। योगा के लगातार किये गए अभ्यास से इन गलत आदतों से छुटकारा मिल सकता है।
बेहतर रक्तसंचार
कई तरह की योग क्रियाओं और श्वसन क्रियाओं के सांमजस्य से शरीर में अच्छा रक्तसंचार होता है। अच्छे रक्तसंचार के कारण शरीर में Oxygen और पोषक तत्वों को अच्छे से प्रवहन होने में मदद मिलती है। जिसके कारण त्वचा के साथ ही शरीर के अंदरूनी अंग स्वस्थ रहते है।
एकाग्रता शक्ति का विकास
योग मन को दुःख एवं दर्द सहन करने की शक्ति प्रदान करता है। यह दृढ़ता एवं एकाग्रता शक्ति बढाता है। इतना ही नहीं इससे शरीर सक्रिय एवं रचनात्मक बनता है।
अनचाहे मोटापे से मुक्ति
योगा करने से पेट के साथ ही शरीर के अन्य भागों जमा अतिरिक्त चर्बी को हटा सकते हैं। शरीर के अलग अलग हिस्सों की चर्बी हटाने के लिए अलग अलग योग हैं।
स्वस्थ हृदय
किसी भी प्रकार के योग से जिसमें चाहे कुछ समय के लिए सांस रोकी जाए यह हृदय के साथ ही उसकी धमनियों को स्वस्थ रखता है। योगा करने से रक्तसंचार Better होता है जिससे रक्त एक जगह रूकता नहीं और हृदय स्वस्थ रहता है।
दर्द से रखे दूर
योगा से शरीर में लचीलापन आता है और ऊर्जा का विकास होता है। योगा से शरीर के अनेक प्रकार के दर्दो से छुटकारा मिलता है जैसे- पीठ दर्द, जोड़ों का दर्द, सर दर्द, शरीर दर्द आदि में योग बहुत ही उपयोगी है। योगा से शरीर में खिंचाव होता है जिससे रीढ़ की हड्डी में दबाव और जकड़न से भी आराम मिलता है।
शवसन प्रक्रिया
योगा के अनेक आसानों से फेफड़े और उदर भाग की क्षमता बढ़ती है। योगा से रोज के कार्य की कार्यक्षमता में विकास होता है और शवसन संबंधित रोग नहीं होते है।
सहनशक्ति का विकास
योगा करने से क्रोध को कम किया जा सकता है और सहनशक्ति का विकास होता है। योगा से विभिन्न प्रकार के भौतिक और मानसिक तनावों से मुक्ति मिलती है।
शरीरिक का संतुलन
योग करने से शरीर का संतुलन बना रहता है। कई बार गिरकर चोट लगने हड्डी के टूटने पीठ आदि संबंधित समस्याओं में दर्द के कारण भी संतुलन बिगड़ता है।
दिमागी विकास
योगा करने के कारण शरीर में Oxygen का बहाव तेज हो जाता है जिससे दिमाग का विकास भली-भांति होता है और साथ ही शरीर का लचीलापन बढ़ता है।
तनाव से मुक्ति
आज के समय में भाग-दौड़ भरी जिंदगी में योग करने से अपार शांति मिलती है। योगा करने से मस्तिष्क हल्का महसूस करता है और तनाव कम होता है।
संपूर्ण स्वास्थ्य
अच्छा स्वास्थ्य केवल बीमारियों से दूर रहना ही नहीं है बल्कि अपने मन और भावनाओं के बीच संतुलन को स्थापित करना भी है। योगा करने से केवल बीमारियां ही दूर नहीं होती है योग आपको गतिशील, खुश और उत्साही भी बनाता है।
सौंदर्य को बढ़ाए
अक्सर हमारे चेहरे पर कील-मुंहासे हो जाती है जिसके कारण पूरा चेहरा ही भद्दा सा नजर आने लगता है। योगा से इन कील-मुंहासों से छुटकारा पाया जा सकता है और साथ ही सर के बालों को सुंदर बनाने में भी योग महत्वपूर्ण योगदान देता है।
हमारे जीवन में योग के बहुत से फायदे हैं। योग के अलग-अलग आसन अलग अलग बीमारियों की रोकथाम में लाभकारी होते हैं। आज के समय में योग पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो रहा है इसका मुख्य कारण् केवल इसके योगा का लाभ ही है।
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