
Yoga Asanas in Hindi
Yoga Asanas in Hindi- योग का हिन्दी में अर्थ होता है जोड़ना। योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। तीनों के स्वस्थ रहने से आप स्वयं को स्वस्थ महसूस करते हैं।
शुरूआत में जब भी योगा करे तो हमेशा कुछ सरल आसनों से ही शुरूआत करनी चाहिए। शुरूआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन जब Yoga को करना शुरू करते है तो यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
यहां 12 प्रकार के सरल और उपयोगी आसन बताए जा रहें है, जिनको करना बहुत ही आसान और लाभदायक होता है।
- अधोमुखश्वानासन
- ताड़ासन
- सुखासन
- शवासन
- वृक्षासन
- वीरभद्रासन
- त्रिकोणासन
- सेतुबंधासन
- अर्धमत्स्येन्द्रासन
- बालासन
- बद्ध कोणासन
- भुजंगासन
अधोमुखश्वानासन

Yoga Asanas in Hindi
अधोमुखश्वानासन में सर्वप्रथम सीधे खड़े होकर दोनों पैरों के बिच कुछ दूरी रखें। उसके बाद धीरे से नीचे की ओर मुड़ें जिससे की V जैसा आकार बन जाए। साँस लेते समय अपने पैरों की उँगलियों की मदद से अपने कमर को पीछे की ओर खींचें, लेकिन अपने पैरों और हाथों को मुड़ने न दे। ऐसा करने से आपके शरीर के पीछे, हाथों और पैरों में आप खिंचाव महसुस करेंगे और फिर एक लम्बी साँस लें और एक मिनट के लिए इसी आसन में रहे।
अधोमुखश्वानासन फायदे लाभ– शरीर में खिचाव होने के कारण मांसपेशियों में मजबूती आती है। साथ ही साइनस की समस्या से छुटकारा मिलता है। रक्त परिसंचरण में सुधार आता है।
ताड़ासन

Yoga Asanas in Hindi
सर्वप्रथम अपने पैरों के मदद से सीधे खड़े हों जाए और अपने दोनों पैरों के बीच थोडा सी दूरी रखे। उसके बाद एक लम्बी साँस के साथ अपने पैरों की उँगलियों की मदद से शरीर और दोनों हाथों को धीरे-धीरे उपर उठायें। बाद में अपने एक हाँथ की उँगलियों से दूसरी हाँथ के उँगलियों को जोड़ें। इस आसन में 15-30 सेकंड रहें और अपने शरीर को ऊपर की और खींचें। उसके बाद धीरे-धीरे अपने हाथों को सामान्य स्थिती में ले आयें।
ताड़ासन के लाभ- इस आसन को करने से लम्बाई बढ़ती हैं और रीढ़ की समस्या दूर होती है।
सुखासन

Yoga Asanas in Hindi
सुखासन में दोनों पैरों को मोड़ कर बैठ जाएँ। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। दोनों हाथों की हथेलियों को ज्ञान मुद्रा की तरह रखे। इसके बाद धीरे-धीरे लम्बी साँस लें और धीरे-धीरे फिर साँस छोड़ें।
सुखासन के लाभ- सीधा बैठने से रीढ़ की हड्डी में खिचाव होता है जो रीढ़ की हड्डी को लम्बा होने में मदद करता है। छाती की चौड़ाई बढ़ाता है। मन को शांति मिलती है। चिंता, तनाव और मानसिक थकान से जुड़े रोग दूर होता हैं।
शवासन

Yoga Asanas in Hindi
यह बहुत ही आसान योग मुद्रा है परन्तु इससे शरीर को बहुत महत्वपूर्ण लाभ होते हैं। सबसे पहले एक समतल जगह पर सीधे मुहँ लेट जाएँ। अपने दोनों पैरों को एक दूसरे से अलग रखें। उसके बाद कुछ मिनटों के लिए धीरे से साँस अन्दर लें और बाहर छोड़ें।
शवासन के लाभ- इस आसन को करने से एकाग्रता बढ़ती है और शरीर को आराम मिलता है।
वीरभद्रासन

Yoga Asanas in Hindi
वीरभद्रासन में सीधे खड़े हो जाए और दोनों पैरों के बिच 3 से 4 फीट की दूरी रखें। लम्बी साँस लें और दोनों हाथों को जमीन के समान्तर में ऊपर उठायें और अपने सर को दाएँ तरफ मोड़ें। उसके बाद साँस छोड़ते हुए अपने दाएँ पैर को 90 डिग्री में मोड़े और हल्का सा दाएँ तरफ मोड़ें। उसके बाद इस आसन में कुछ समय रूके और फिर समान्य हो जाए। इस आसन को 5-6 बार करना चाहिए।
वीरभद्रासन लाभ- इस आसन से पैरों और भुजाओं को शक्ति मिलती है और शरीर का नीचला भाग स्वस्थ रहता है।
वृक्षासन

Yoga Asanas in Hindi
अपने दोनों हाथों को बगल में रख कर सीधे खड़े हों। उसके बाद ध्यान से अपने दाएँ पैर को अपने बाएँ पैर के जांघ पर रखकर सीधे खड़े रहें और प्रार्थना मुद्रा धारण करें। इस आसन को 30-45 सेकंड तक करना चाहिए।
वृक्षासन के लाभ- इस आसन से जांघ, पैर और रीढ़ की हड्डी मजबूत हाती है और शरीर के संतुलन में सुधार आना।
सेतुबंधासन

Yoga Asanas in Hindi
इस योग मुद्रा में आपको अपने शरीर को एक पुल के जैसे बनाना पड़ता है। सबसे पहले जमीन पर सीधे लेट जाएँ और अपने बाहं को दोनों तरफ रखें। शरीर के नीचले हिस्से को उठायें। उस मुद्रा में एक लम्बी सी साँस लें और लगभग 25-30 सेकंड तक रुकें रहे और फिर धीरे-धीरे समान्य अवस्था में आ जाए। इस योगासन को 4-5 बार करना चाहिए।
सेतुबंधासन योग के लाभ- इस आसन से छाती मजबूत हाती है और रीढ़ की हड्डी भी स्वस्थ रहती है। मानसिक तनाव दूर होता है।
त्रिकोणासन

Yoga Asanas in Hindi
सबसे पहले सीधे खड़े हों और अपने दोनों पैरों के बिच थोडी दूरी रखें। उसके बाद अपने दाएँ पैर को 90 डिग्री में मोड़ें। उसके बाद थोडा सा शरीर को भी दाएँ तरफ झुकाते हुए अपने दाएँ हाँथ से अपने दाएँ पैर के उँगलियों को छुएं और बाएँ हांथ को ऊपर की और सीधा रखें। इस आसन में 1-2 मिनट तक रुकें रहे।
त्रिकोणासन योग के लाभ- शरीर में खिचाव के कारण रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। सथा ही किडनी भी स्वस्थ रहती है।
अर्धमत्स्येन्द्रासन

Yoga Asanas in Hindi
सर्वप्रथम सीधे बैठ जाएँ। उसके बाद अपने बाएँ पैर को मोड़ें और अपने पीछे दाएं तरफ को छूने की कोशिश करें। उसके बाद अपने दाएँ पैर को अपने बाएँ पैर के अगली तरफ ले जाकर रखें। दायाँ पैर अगली तरफ जमीन को छूना चाहिए। उसके बाद अपने शरीर को मोड़ते हुए विपरीत दिशा में खींचे और अगले पैर को पीछे से छूने की कोशिश करें। इस आसन में 20-30 सेकंड तक बने रहे। उसके बाद इस आसन को उलटी दिशा में दोहराएँ।
अर्धमत्स्येन्द्रासन योग के लाभ – मांशपेशियों में खिचाव होता है जिससे रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है। कब्ज़ और अपचन से शरीर को बचाता है। रक्त परिसंचरण सही तरीके से होता है।
भुजंगासन

Yoga Asanas in Hindi
सबसे पहले उल्टे पेट लेट जाएँ। उसके बाद एक लम्बी साँस के साथ अपने शरीर के उपरी भाग को जैसे सिर, गर्दन, कन्धों और छाती को ऊपर की तरफ ले जाएँ इस आसन में 20-30 सेकंड तक रुके रहे। इस आसन को 4-5 बार करना चाहिए।
भुजंगासन के लाभ- Acidity और गैस की समस्या दूर होती है मोटापा कम होता है। रक्त परिसंचरण सही रहता है। अपच, कब्ज की परेशानी दूर होती है।
बद्धकोणासन

Yoga Asanas in Hindi
जमीन पर एक चादर बिछा कर सीधे बैठ जाएँ। उसके बाद अपने दोनों पैरों के तलुओ को जोड़ लें। उसके बाद दोनों पैरों के जुड़े हुए स्थान को नीचे से पकड़ने की कोशिश करें। उसके बाद अपने पैरों को तितली की पंख की तरह हिलाएं। इस आसन को तेज़ी से और धीरे से भी कर सकते हैं।
बद्ध कोणासन के लाभ- यह आसन पेट के अंगों के अंगो के साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखता है।
बालासन

Yoga Asanas in Hindi
सबसे पहले अपने पैरों को पीछे की ओर मोड़ कर बैठ जाए जैसे नमाज में बैठते है। फिर दोनों हाथों को अपने जांघों में रख कर सीधे बैठ जाए। उसके बाद धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए अपनी छाती को घुटनों से जोड़ें। उसके बाद धीरे-धीरे साँस लें और इस आसन में 2-3 मिनट तक बने रहे। इस आसन को 5-10 बार तक करना चाहिए।
बालासन योग के लाभ- इस आसन से मानसिक तनाव दूर होता है, और कमर दर्द भी दूर होता है।
Yoga हमारे शरीर के लिए सबसे अच्छी कसरत है। योग से हम दैहिक और बौद्धिक रूप से स्वस्थ रह सकते है। योगा हमें शरीर के अंदर और बाहर दोनों तरफ से स्वस्थ रखता है। योगा करने से लगभग हम कैंसर जैसी बीमारी से कुछ हद तक बच सकते हैं।
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