Story with Moral Lesson - मधेशपुर के राजा की मृत्यु के बाद उनके पुत्र कर्णसेन को मधेशपुर का राजा बनाया गया। कर्णसेन को समझ नहीं आ रहा था कि वे कैसे अपने राज्य भार को संभाले किन लोगों पर विश्वास करें और किन पर विश्वास न करें, इसी बात से वे बहुत चिंतित रहते थे। एक दिन वे अपने महल के रोशनदान से बाहर की ओर देख रहे थे कि अचानक उनकी नजर लोगों के एक समूह पर पड़ी जो कि एक साथ एक ही दिशा में कहीं जा रहे थे। उत्सुकतावश कर्णसेन ने अपने सेनापति से पूछा, "ये सभी कहाँ जा रहे हैं, वो भी एक साथ?" सेनापति … [Read more...]
विश्व विजेता सिकंदर की महत्वकांक्षा
सिकंदर एक बहुत ही महत्वाकांक्षी शासक था। इसी वजह से वह पूरी दुनिया पर राज करना चाहता था। उसकी इस महत्वाकांक्षा ने सिकंदर को भारत पर आक्रमन करने के लिए प्रेरित किया और अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए वह भारत पर विजय हासिल करने निकल पड़ा । जब सिकंदर भारत देश के पास पहुँँचा तो रास्ते में एक जंगल आया। सिकंदर कि सेना ने उस जंगल में प्रवेश किया और आराम करने लगी। लेकिन सिकंदर शांति की चाहत में और गहरे जंगल में जा पहुचा तभी उसने देखा कि एक साधु पेड़ के नीचे लेटा आराम कर रहा है। सिकंदर साधु के … [Read more...]
कठिन परिश्रम ही काफी नहीं है सफल होने के लिए।
मोहन वैसे तो बहुत कम पढ़ा-लिखा लड़का था, लेकिन मेहनती बहुत था। कम पढ़ा लिखा होने की वजह से उसको कहीं नौकरी नहीं मिलती थी। एक दिन मोहन एक लकड़ी के व्यापारी के पास पहुँचा और पूछा, "सेठजी... क्या मेरे लायक कोई काम मिलेगा?" व्यापारी ने मोहन को जंगल से लकड़ी काटने का काम दे दिया। मोहन खुशी-खुशी सुबह जल्दी ही जंगल पहुँच गया और उसने पहले ही दिन 20 पेड़ काट दिए। मोहन ने सेठजी से कहा, "सेठजी... मैंने आज 20 पेड़ काट दिए।" सेठजी ने मोहन की तरीफ करते हूए कहा, "अच्छा है, इसी तरह दिल लगाकर काम करते … [Read more...]
कहीं आप भी किसी Dream Job का इन्तजार तो नहीं कर रहे हैं?
Stories with Moral Lessons - एक गाँव में रामधीर नाम का एक व्यक्ति रहता था। उसका पुत्र, एक महात्मा जी के गुरूकुल से उच्चशिक्षा प्राप्त करके अपने घर लौटा था, इसलिए माता-पिता बहुत ही खुश थे। उसके पिता रामधीर ऐसा महसूस करने लगे थे कि पुत्र को उच्चशिक्षा प्राप्त करके घर लौटे हुए छ: माह से अधिक समय हो गया है लेकिन उसका मन किसी कार्य में नहीं लग रहा है। वह काफी आलसी भी हाे गया है और नालायक दोस्तों के साथ मटरगस्ती में पड़ गया है। इसलिए एक दिन उसने अपने पुत्र से कहा, "पुत्र, तुम इतनी उच्च … [Read more...]
बुराई में भी कुछ तो अच्छाई होती ही है।
Short Stories with Moral Lessons - एक समय महात्मा बुद्ध को शहर के एक व्यापारी ने अपने घर भोजन के लिए आमंत्रित किया। महात्मा बुद्ध जब उस व्यपारी के घर पहुँचे, तो उस व्यापारी के पड़ौस में रहने वाले बहुत से लोग महात्मा बुद्ध से भेंट करने के लिए आए। उन लोगो के बीच में ही एक चोर भी आ गया आैर महात्मा बुद्ध को देखते ही पूछा, "स्वामी जी... क्या मैं आपके पैर धो सकता हूँ?" महात्मा बुद्ध अनुमति देते, उससे पहले ही वह उनके के पैर धोने लगा। उस चोर के चर्चे नगर में बहुत ही प्रसिद्ध थे। नगरवासी उस … [Read more...]
कछुए वाले बाबा
Small Moral Stories - एक साधु गंगा किनारे अपनी झोपड़ी में रहता था। सोने के लिए एक बिस्तर, पानी पीने के लिए मिट्टी का एक घड़ा और दो कपड़े, बस यही उस साधु की पूंजी थी। उस साधु ने एक कछुआ पाल रखा था। इसलिए जब वह साधु भिक्षा मांगने के लिए जाता, तो कछुए के लिए भी कुछ न कुछ ले आता था। साधु के पास कछुआ था इसलिए बहुत से लोग उन्हे कछुआ वाले बाबा भी कहते थे। एक दिन एक आदमी ने साधु से पूछा, "बाबा... आपने यह एक गंदा सा जीव क्यों पाल रखा हैॽ इसे आप गंगा में क्यों नहीं डाल आतेॽ" साधु ने कहा, "कृपया … [Read more...]