Govardhan Parvat - गोवर्धन पर्वत, ब्रज की छोटी सी पहाड़ी मात्र है, लेकिन इसे गिरिराज (पर्वतों का राजा) भी कहा जाता है क्योंकि इसे भगवान कृष्ण के समय का एक मात्र स्थाई व स्थिर अवशेष माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि यद्धपि यमुना नदी पूर्वकाल में समय-समय पर अपनी धारा बदलती रही है, लेकिन गोवर्धन अपने मूल स्थान पर ही अविचलित रुप में विधमान रहा है। इसलिए इसे भगवान कृष्ण के प्रतीक स्वरुप भी माना जाता है और इसी रुप में इसकी पूजा भी की जाती है। दीपावली का त्यौहार मनाने के बाद दूसरे दिन शुक्ल पक्ष की … [Read more...]