
Symptoms Of Malaria in Hindi
Symptoms Of Malaria in Hindi- मलेरिया वर्षा ऋतु में अधिक फैलने वाला एक बहुत ही भयानक रोग है। UNICEF के अनुसार पूरी दुनिया में लगभग 1000 से अधिक बच्चों की मृत्यु मलेरिया के कारण हो जाती है। कुछ समय पहले मलेरिया को उपरी हवा का असर माना जाता था। इसीलिए Mal यानि बुरी aria यानि हवा, इन दो शब्दों को मिलाकर इसे Malaria नाम दिया गया था।
मलेरिया के लक्षण मच्छर काटने के कुछ दिनों के बाद ही नजर में आ सकते है। 5 वर्ष की कम आयु के बच्चों में लक्षण ज्यादा गंभीर होते हैं।
मलेरिया Anopheles मादा मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर Plasmodium नामक जीवाणु को शरीर में पहुँचाते है। आमतौर पर ये मच्छर सुबह और शाम के वक्त ही काटते है। दिन के वक्त ये मच्छर निष्क्रिय हो जाते हैं, लेकिन डेंगू और चिकनगुनिया का मच्छर दिन के समय काटता है।
मच्छरों के पनपने का कारण
मच्छरों के पैदा होने का कारण जगह-जगह गड्ढ़ो में, कूड़े-करकट और खराब पड़े टायरों, बर्तनों कूलर आदि में पानी इकट़्ठा होना है। इसलिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी जमा न होने दें।
लगातार बारिश होने के कारण मौसम में नमी हो जाया करती है और बारिश के दौरान जगह-जगह पानी इकट्ठा हो जाता है। इसी कारण से यह Anopheles मच्छरों के प्रजनन का कारण बनती है।
एनोफिलिस मच्छर गंदगी, भींड़भाड, गंदे नाले, अंधेरी जगहों में प्रजनन करते है और ऐसी जगहों पर इनकी प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है। लगातार मौसम के उतार-चढ़ाव से भी मलेरिया फैलने का खतरा बना रहता है। मौसम का यह बदलाव भी इन मच्छरों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाता है।
मलेरिया के लक्षण
- डेंगू और चिकनगुनिया की तरह ही मलेरिया भी मच्छर के काटने से होता है। अगर कोई मलेरिया से संक्रमित है तो उसका स्वाभाव कुछ चिड़चिड़ा हो जाता है।
- मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को भूख कम लगती है।
- मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को अच्छी प्रकार से नींद नही आती है।
- मलेरिया से संक्रमित होने पर ठंड ज्यादा लगती है और उसके बाद में तेज बुखार आ जाता है।
- मलेरिया के कारण उल्टी होना, चक्कर आना इसके प्रमुख लक्षण है।
- मलेरिया बुखार 105 डिग्री या उससे भी अधिक तक भी हो सकता है और जब बुखार उतरता है तो शरीर का तापमान तेजी से सामान्य होने लगता है।
- मलेरिया बुखार जब उतरता है तो बहुत ज्यादा पसीना हो जाता है।
- मलेरिया बुखार में कभी-कभी पेट और पीठ दर्द भी हो सकता है।
- मलेरिया वायरस से किडनी भी प्रभावित होती है जिससे मूत्र का आना कम हो जाता है आदि।
मलेरिया के लंबे समय तक रहने वाले लक्षण
रोगी पर मलेरिया का दीर्धकालीन प्रभाव व्यक्ति की प्रतिरक्षा क्षमता पर भी निर्भर करता है। यदि रोगी की मलेरिया संक्रमण के दौरान सही तरह से देखभाल होती है तो वह मलेरिया के दुष्प्रयभावों से अपने आपको बचा भी सकता है।
- मलेरिया से लंबे समय तक रहने वाले प्रभावों में सबसे अधिक शरीर में कमजोरी रहती है जो दूर होने में 3 से 6 महीने में का समय लेती है।
- मलेरिया से लंबे समय तक रहने शरीर के अंगों में दर्द की शिकायत रहने लगती है।
- मलेरिया के प्रभाव से सांस संबंधी बीमारियां होने का भी खतरा रहता है।
- मलेरिया रोग के गंभीर हो जाने पर किडनी अपना काम करना बंद भी कर सकती है।
- मलेरिया के कारण फेफड़े खराब हो सकते है।
- मलेरिया के लम्बे समय तक रहने से लीवर फेल होने का भी खतरा हो जाता है।
- मलेरिया संक्रमण के कारण शरीर में कमजोरी आने के साथ-साथ हर समय थकान महसूस होने लगती है।
- शरीर में Hemoglobin की मात्रा कम हो सकती है।
- मलेरिया के कारण पेट संबंधी रोग हो सकते है।
- मलेरिया संक्रमण खूनी दस्त जैसे प्रभाव भी दिखाई पड़ सकते है।
मलेरिया से बचने के कुछ घरेलू उपाय
- सुबह खाली पेट तुलसी के 4 से 5 पत्तों को चबाकर खाने से मलेरिया बुखार ठीक होता है।
- 10 ग्राम तुलसी के पत्ते, 7 काली मिर्च को पानी में पीसकर सुबह-शाम पीने से मलेरिया बुखार ठीक होता है।
- सौंठ, पिसा धनिया को चूर्ण बराबर मात्रा में पानी के साथ लेने से भी मलेरिया बुखार में आराम मिलता है।
- पिसी हुई काली मिर्च और नमक को नींबू में लगाकर चूसने से मलेरिया बुखार की गर्मी उतर जाती है।
- मलेरिया के बुखार होने पर प्याज का रस बेहद फायदेमंद होता है।
- 4 काली मिर्च का पाउडर, 4 मिली प्याज का रस मिलाकर दिन में 3 बार पीने से आराम मिलता है।
- चिरायते का काढ़ा 1 कप दिन में 3 बार कुछ दिनों तक नियमित पीने से मलेरिया रोग में आराम मिलता है।
- फलों का रस, दूध, दही, हल्का भोजन जो जल्दी पच जाए ऐसे चीजों का सेवन करना चाहिए।
यदि हम मलेरिया को नियंत्रित और उसके दुष्प्रभावों से बचना चाहते है तो हमें मलेरिया संक्रमण के दौरान और उसके बाद भी समय-समय पर जांच करानी चाहिए और खाने-पीने की अच्छी तरह से देखभाल करनी चाहिए।
नोट- आपको यहां बताए गए मलेरिया के लक्षणों में किसी भी प्रकार का लक्षण दिखाई दे तो तुरन्त डॉक्टर से इलाज लेना चाहिए।
उम्मीद है Symptoms Of Malaria in Hindi सम्बंधित ये पोस्ट आपके लिए उपयोगी व ज्ञानवर्धक रहा होगा। यदि आपको ये पोस्ट अच्छा लगा हो, तो अपने मित्रों के साथ Share कीजिए, Like कीजिए और Comment कीजिए।
Join the Discussion!