Success Story in Hindi- यह कहानी है एक 22 वर्ष के लड़के कि जो एक सेठ के यहां काम करता दिन भर मेहनत करता शाम को जो पैसे मिलते उससे राशन-पानी की व्यवस्था करता। खाना खाता और सो जाता रोजाना का यही काम था उसका।
एक दिन उसने रात के समय चार रोटीया बनाई और हाथ धोन के लिए चला गया, वापस आया तो देखा चार मे से केवल तीन ही रोटीया बची है। कई दिनों तक यही चलता रहा एक दिन उसने यह पता लगाने कि सोची कि चार मे से एक रोटी कौन ले जाता है। उस लड़के ने देखा कि एक चूहा आता है और एक रोटी लेकर चला जाता है। लड़के ने जल्दी से उस चूहे को पकड़ लिया और बोला कहां लेकर जा रहा है मेरी रोटी। चूहे ने कहा जाने दे मूझे, मूझे मेरी किस्मत का खाने दे। लड़के ने कहा तुझे क्या पता इन रोटीयों के बदले कितनी मेहनत करनी पड़ती है मुझे।
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चूहे ने लड़के से कहा तुम्हारी सभी परेशानीयों का हल केवल एक आदमी कर सकता है वह है गौतम बुद्ध।
लड़के ने सेठ से कुछ समय की छुटटी ली और चल पड़ा गौतम बुद्ध से अपनी परेशानीयों का हल जानने के लिए। पूरा दिन निकल गया चलते हुए रात हो गई। अब क्या करे वह, कुछ ही दूरी पर देखा कि एक हवेली है उसने हवेली में शरण मांगी उसे शरण मिल गई और रात गुजारने के बाद सुबह जाने को फिर तैयार हो गया।
हवेली की मालकिन ने उस लड़के पूछा कि तुम कहां जा रहे हो। लड़के ने जवाब दिया, अपनी परेशानियों का समाधान जानने के लिए गौतम बुद्ध के पास। उस हवेली कि मालकिन ने कहा क्या तुम मेरा भी एक सवाल पूछ लोगे गौतम बुद्ध से।
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लड़के ने कहा, हां क्यों नही क्या सवाल है?
मालकिन ने कहा मेरी एक बेटी है जो जन्म ने नहीं बोली है बस केवल यही सवाल है कि मेरी बेटी बोलगी कब?
कुछ दूर जाने के बाद समुन्द्र आ गया उस लड़के ने एक कछुए से कहा कि क्या आप मुझे यह समुन्द्र पार करवा देंगे। कछुऐ ने कहा क्यों नहीं आओ मेरी पीठ पर बैठ जाओ। लड़के ने वैसा ही किया और समुन्द्र पार कर लिया। कछुऐ ने पूछा कि कहां जा रहे हो। लड़के ने वही जवाब दिया कि अपनी परेशानियों का समाधान जानने के लिए गौतम बुद्ध के पास।
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कछुऐ ने कहा कि क्या मेरा भी एक सवाल पूछोगे गौतम बुद्ध से? लड़के ने हां में सर हिलाया। कछुऐ ने कहा कि केवल यह पूछना कि में ड्रेगन कब बनुंगा? लड़के ने हां में अपना सिर हिला दिया और वापस चल पड़ा अपनी यात्रा पर।
कई दिनो कि यात्रा करने के बाद वह एक पर्वत पर आ गया और वहां एक साधू ने उसकी मदद कि और पूछा कि तुम कहां जा रहे हो। लड़के ने कहा कि अपनी परेशानियों का समाधान जानने के लिए गौतम बुद्ध के पास जा रहा हूं।
साधु ने कहा तो क्या मेरा भी एक सवाल पूछोगे? लड़के ने कहा हां क्यों नहीं, तो साधु ने कहा कि गौतम बुद्ध से पूछना कि मेने हजार वर्ष तक तप कर लिया है अब मुझे मुक्ती कब मिलेगी? लड़के ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया और अपनी यात्रा पर चल दिया रात होते-होते वह लड़का गौतम बुद्ध के पास पहुच गया और बोला, है भगवान में आपसे कुछ प्रश्नों के उत्तर जानना चाहता हूं।
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गौतम बुद्ध ने कहा, तुम केवल तीन प्रश्नों को पूछ सकते हो।
लड़के ने सोचा कि मेरा जीवन तो चल ही रहा है क्यों न उन लोगो के प्रश्न पूछ लू वे मुझसे ज्यादा दूखी और परेशान है।
लड़के ने पहला सवाल किया कि उस हवेली की लड़की कब बोलेगी?
दुसरा समुन्द्री कछुआ Dragons कब बनेगा?
तीसरा सवाल कि उस पर्वत के साधु को मुक्ती कब मिलगी?
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गौतम बुद्ध ने जवाद दिया कि लड़की कि शादी होते ही वह बोलने लगेगी। कछुआ अपने खोल को छोड दे तो वह ड्रेगन बन जाएगा और तीसरा और अन्तिम जवाब साधु अपनी छड़ी को छोड देगा तो उसे मुक्ती मिल जाएगी।
लड़का उन सभी के सवालों के जवाब को लेकर सबसे पहले उस साधु के पास गया और बोला कि आपके सवाल जवाब यह कि आप अपनी छड़ी को छोड दे तो आपको मुक्ती मिल जाएगी और साधु ने वह जादूई छडी लड़के देते हुए कहा यह जादूई छड़ी है यह तुम्हारी बहुत मदद करेगी।
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छड़ी लेकर लड़का कछुए के पास आया और कहा कि तुम अपने खोल से बाहर आ जाओगे तो तुम Dragons बन जाओगे। कछुए ऐसा ही किया और कछुआ Dragons बन गया। लड़के को कछुऐ कि खोल में बहुत ही किमती मोती मिले। अन्तिम में लड़का उस हवेली में गया और हवेली कि मालकिन से बोला कि आप अपनी बेटी कि शादी कर दो तो वह बोलने लगेगी। हवेली कि मालकिन ने अपनी बेटी का विवाह उसी लड़के से कर दिया और वह लड़की बोलने लगी। मालकिन नेे अपनी पूरी हवेली अपने बेटी और उस लड़के को दे दी।
नोट:- दोस्तों हमें कभी भी परीस्थियों से निराश नहीं होना चाहिए और नहीं विपरीत परीस्थियों में केवल अपने बारे में सोचना चाहिए। जब हम किसी की सहायता करेंगे तो ही लोग भी हमारी सहायता करेंगे।
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