Success Stories of Great People in Hindi – एक बहुत ही शरारती लड़का, जिसका पढ़ने-लिखने में बिल्कुल मन नहीं लगता था, उसे एक दिन School की Teacher ने एक Letter दिया और कहा, “यह Letter घर जाकर अपनी माँ को दे देना, याद रहे अपनी माँ के अलावा किसी और को मत देना।“
उस लड़के ने घर आकर वह Letter अपनी माँ को देते हुए कहा, “माँ,ये लीजिए, यह Letter मेरी Teacher ने केवल आपको ही देने के लिए कहा है।“
माँ ने उस Letter को खोलकर पढ़ा तो उसकी माँ का चेहरा थोड़ा दु:खी सा हो गया। माँ के इस तरह मुरझाए हुए चेहरे को देखकर उस लड़के ने अपनी माँ से पूछा, “माँ, इसमें ऐसा क्या लिखा है जिससे आपका चेहरा मुरझा गया है। लाओं मैं पढ़ता हूँ।“
माँ ने कहा, “नहीं बेटा, मैं पढ़कर सुनाती हूँ और माँ ने ऊँची आवाज में पढ़ना शुरू किया। आपका बेटा बहुत ही Genius है और इसके लिए हमारा ये School बहुत ही छोटा है। यहाँ इसके लायक कोई Teacher नहीं है इसलिए अगर आपसे हो सके तो इसे आप स्वयं ही पढ़ाईये।“
धीरे-धीरे समय बीतता गया और वह लड़का आगे चलकर एक बहुत ही बड़ा Inventor बना। कुछ समय के बाद उसके माँ की मृत्यु हो गई।
एक दिन वह लड़का अपनी कोई File खोज रहा था, तभी उसकी नजर Drawer में एक Fold किए हुए Paper पर गई। उस लड़के ने उस Paper को पढ़ना शुरू किया।
यह वही Letter था जो उसे School से दिया गया था और इस पर लिखा था, “आपका बेटा बहुत ही शरारती है। इसका पढ़ाई-लिखाई में बिल्कुल मन नहीं लगता। इसलिए इस School में इसे अागे पढ़ाना सम्भ्व नहीं है। आप इसे किसी अन्य School में भेज दें।“
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ये कोई काल्पिनिक कहानी नहीं बल्कि एक सत्य घटना है और ये घटना है Bulb का आविष्कार करने वाले महान वैज्ञानिक Mr. Thomas Alva Edison के जीवन की, जो कि बचपन से ही Autism नाम की एक मानिसक बीमारी से ग्रस्त थे लेकिन अपनी माँ की समझदारी के कारण Genius बन गए। यदि उनकी माँ ने उन्हें उस Letter को वैसा ही पढ़कर सुना दिया होता, जैसा Teacher ने लिखा था, तो शायद हम आज भी चिमनी, लालटेन, माेमबत्ती या लेम्प जलाकर ही जी रहे होते।
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