Astrology in Hindi – ज्योतिष, मनोविज्ञान नही है, कहने की तुलना में ये कहना ज्यादा बेहतर होगा कि ज्योतिष, मनोविज्ञान भी है और यही मनोविज्ञान बहुत सारे सड़कछाप ज्योतिषियों का पेट भी भरता है।
ये ज्योतिषविद् ज्योतिष के साथ कुछ मनोवैज्ञानिक बातों को जोड़ कर कुछ सनातन सत्य निश्चित तथ्यों को आपके सामने कुछ इस तरह से पेश करते हैं, जिससे एक बारगी तो आपको यही लगता है मानो वह ज्योतिषी आपके बारे में जो कुछ भी कह रहा है, बिल्कुल सही कह रहा है। लेकिन यदि आपको मनोविज्ञान का थोडा सा भी ज्ञान हो, तो उसी ज्योतिषविद् द्वारा कही गईं वे ही सारी बातें आपके लिए ज्योतिष को उतना ही अविश्वसनीय भी साबित कर देती हैं, जितना विश्वसनीय साबित करती हैं।
यानी जब आप किसी ज्योतिषी के पास जाते हैं, तो वह आपके बारे में आपसे कुछ ऐसी बातें कहता है, जिन्हें सुनकर आपको लगता है कि वह बिलकुल सही कह रहा है, लेकिन यदि आप थोडा सा ध्यान दें, तो पाऐंगे कि उसने आपके बारे में जो कुछ भी कहा है, यदि आप स्वयं वो ही सबकुछ ज्यों का त्यों किसी और को भी कह दें, तो वह भी आपसे उतना ही Impress हो जाएगा, जितना कि आप उस ज्योतिषविद् से हुए हैं, क्योंकि यहां ज्योतिष नहीं बल्कि मनोविज्ञान काम कर रहा होता है।
कैसे?
मान लीजिए कि मैं एक सडक-छाप ज्योतिष हुं और आप मेरे पास अपनी जन्म कुण्डली लेकर आए हैं। मैं आपकी जन्म कुण्डली देखता हुं, आपकी Birth Date के आधार पर Numerological Calculations करता हुं, आपकी Face Reading करता हुं और आपकी हथेली देखते हुए आप से कहता हुं कि:-
आप बहुत ही अच्छे दिल के इंसान है।
क्या दुनियां का कोई भी व्यक्ति ये कहेगा कि वह अच्छे दिल का इंसान नहीं है। बड़े से बड़ा Criminal भी अपने आपको अच्दे दिल का ही मानता है, भले ही उसके हाथों कईयों की हत्याऐं ही क्यों न हुई हों। क्योंकि इंसान अपने आपको जितना अच्छा समझता है, उतना किसी और को नहीं समझता जो कि एक Normal Human Psychology है और इस Human Psychology से ज्योतिष का कोई लेना देना ही नहीं है। इसी तरह से यदि मैं आपसे कहुं कि-
आप लोगों की मदद करते हैं लेकिन जब आपको जरूरत होती है, कोई आपका साथ नहीं देता।
अधिकांश लोगों की यही Feeling होती है। उन्हें यही लगता है कि सारी दुनियां बस उन्हीं का फायदा उठाती है। जैसे कि केवल वे ही इस दुनियां के सबसे सीधे-साधे इंसान हैं। यहां भी अपने आप को महत्वपूर्ण समझने वाली Human Psychology ही काम कर रही है।
इसी तरह से यदि मैं आपकी हथेली या कुण्डली देखते हुए आपसे कहूं कि-
कम उम्र में आपके सिर या चेहरे के आस-पास कहीं चोट जरूर लगी होगी।
तो निश्चय ही आपका जवाब हां ही होगा, जबकि आप सोंच ही नहीं रहे हैं कि बचपन में खेलते समय हम कई बार गिरते हैं और अक्सर हमारे सिर या चेहरे के आस-पास चोट लग ही जाती है, जिसके निशान समय के साथ धीरे-धीरे धुंधले जरूर हो जाते हैं, लेकिन खत्म नहीं होते और एक ज्योतिषी द्वारा बताई गई इस बात का ज्योतिष से तो निश्चित ही कोई सम्बंध नहीं है, क्योंकि ये एक ऐसी घटना है जो लगभग सभी के साथ घटती है।
इसी प्रकार से एक ज्यातिषी के रूप में अगली बात यदि मैं ये कहुं कि-
आपका सोचा हुआ काम देर से पूरा होता है, लेकिन पूरा जरूर हो जाता है।
तो आप इस बात को भी तुरन्त स्वीकार कर लेंगे। जबकि सच्चाई ये है कि किसी भी व्यक्ति का कोई भी काम जल्दी पूरा नहीं होता है, पूरा हो ही नहीं सकता, क्योंकि एक काम पूरा होने से पहले ही दूसरा काम निकल आता है, जिसे पूरा करना, पहले काम को पूरा करने की तुलना में ज्यादा जरूरी होता है, लेकिन हमें हमेंशा यही लगता है कि हमारा कोई भी काम सही समय पर पूरा ही नहीं होता।
इस तथ्य को एक उदाहरण द्वारा समझें, तो आप चाहे करोडों की डील ही क्यों न Sign करने जा रहे हों, यदि आपके Phone की घण्टी बजती है, तो पहले आप Phone ही Pickup करते हैं, Sign नहीं करते। तो आपका कोई काम समय पर नहीं होता, इस बात का ज्योतिष से तो कतई कोई सम्बंध नहीं है, बल्कि Human Psychology से जरूर है क्योंकि इंसान उसी काम को पहले करता है, जिसे ज्यादा महत्वपूर्ण समझता है। दूसरी बात ये कि यदि आप किसी काम को करना चाहते हैं, तो उसे करेंगे ही, इसलिए ये कहना कि आपका काम देर से होता है लेकिन पूरा जरूर होता है, इसका भी ज्योतिष से तो कहीं कोई सम्बंध दिखाई नहीं देता।
अक्सर ज्योतिषी लोग ये भी कहते हैं कि-
आपके पास पैसा टिकता नहीं है लेकिन पैसों की वजह से आपका कभी कोई काम रूकता भी नहीं है।
अब यही बात एक ज्योतिषी के रूप में यदि मैं आपसे कहूं तो आप निश्चित ही इस बात को स्वीकार कर लेंगे, जबकि सच्चाई ये है कि हम कभी भी उससे ज्यादा खर्च करने की हिम्मत नहीं करते, जितना निकट भविष्य में आसानी से चुका सकते हैं। यानी Extra खर्च करने से पहले ही हमें पता होता है कि वह Extra धन कहां से, कैसे और कब तक Recover हो जाएगा। इसलिए इस बात का संबंध भी ज्योतिष से तो बिलकुल नहीं है।
इसी तरह से यदि मैं आपसे ये कहूं कि-
अाप पिछले काफी दिनो से परेशान चल रहे हैं।
तो भी आप आसानी से मान लेंगे क्योंकि यदि आप मुझे एक ज्योतिषविद समझकर मेरे पास आए हैं, तो ये इसी बात का संकेत है कि आप किसी न किसी वजह से परेशान हैं, अन्यथा डॉक्टर, वकील और ज्योतिष जैसे लोगों का मुंह कौन व्यक्ति खुशी दे देखना पसन्द करता है।
यानी जब आप किसी ज्योतिषविद् के पास जाते हैं, तो निश्चित ही आप मनोरंजन करने के लिए तो जा ही नहीं रहे हैं और आप किसी ऐसी ही परेशानी से पीडित हैं, जिससे आपका छुटकारा उन अन्य तरीकों से नहीं हो पा रहा है, जिन्हें अापने पहले आजमाया है।
तो क्या ज्योतिष विज्ञान केवल एक प्रकार का मनोविज्ञान ही है?
बिना गहरी जांच पडताल किए हुए ये कह देना तो ठीक नहीं होगा, क्योंकि ज्योतिष इस दुनियां का सबसे पहला और सबसे पुराना ज्ञान है जिसे विज्ञान का नाम दिया गया है। अत: निष्पक्ष रहते हुए इस बात का निर्णय करने के लिए कि ज्योतिष केवल एक प्रकार का मनोविज्ञान ही है, या मनोविज्ञान, ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है या फिर ज्योतिष सचमुच एक प्रकार का विज्ञान है, जिसे वर्तमान समय में ठीक से समझा नहीं जा रहा है, हम आगे आने वाले कुछ और Articles में विस्तार से वैज्ञानिक विश्लेषण करेंगे और ज्योतिष के संदर्भ में पक्ष और विपक्ष दोनों को ध्यान में रखते हुए इस बात का निश्चय करने की कोशिश करेंगे कि क्या है ये ज्योतिष, हस्तरेखा विज्ञान, मनोविज्ञान, अंकविज्ञान…
लेकिन सडक-छाप ज्योतिषी लोग अपना जीवनयापन करने के लिए जिस प्रकार का ज्ञान उपयोग में लेते हुए आपको आपके सवालों का जवाब देते हैं, अथवा आपका भविष्य बताते हैं, वो तो निश्चित ही मनोविज्ञान है। इसलिए अब यदि आप कभी किसी ज्योतिषी को अपना हाथ दिखाऐं या अपनी जन्म-कुण्डली का विश्लेषण करवाऐं, तो उसकी बातों को ध्यान से सुनने व समझने की कोशिश करें, ताकि आप इस बात का निर्णय ले सकें कि वह वास्तव में ज्ञानी ज्योतिषविद् है या केवल मनोविज्ञान के सहारे आपके दिमाग से खेल रहा है।
nhi yar yeah story 50 50 lag rhi hai…………