Pet Kam Karne Ka Yoga- मोटापा एक बहुत ही भंयकर समस्या बनती जा रही है। मोटापे का सबसे ज्यादा असर हमारे पेट, जांघ और हिप्स ही पड़ता है। एक बार पेट बढ़ जाने के बाद इसे कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। बढ़े हुए पेट से निजाद पाने के लिए लोग अनेकों उपाय करते हैं, लेकिन योग से भी बढ़े हुए पेट को कम किया जा सकता है।
तो आईए जानते है ऐसे योग आसन जिसे करेने से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।
सूर्य नमस्कार

Pet Kam Karne Ka Yoga
यह एक मूलभूत, सबसे ज्यादा प्रचलित योग आसन है। सूर्य नमस्कार का अर्थ है- ‘सूरज का अभिवादन’ करना’। सूर्य नमस्कार में 12 तरह की योग मुद्राए होती है, सूर्य नमस्कार पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होती है। शरीर को चुस्त रखने के लिए सूर्य नमस्कार एक अच्छा उपाय है, क्योंकि सूर्य नमस्कार से लगभग पूरे शरीर की कसरत हो जाती है।
सूर्य नमस्कार लाभ- सूर्य नमस्कार से सहनशक्ति बढ़ती है, तनाव और चिंताओं को दूर किया जा सकता है साथ ही पेट करने में भी सहायक है।
बालासन

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हम जानते है कि बालासन का नाम बच्चो पर रखा गया है क्योंकि इस आसान में शरीर की मुद्रा बिलकुल बच्चे की तरह होती है। बालासन करने से पेट की चर्बी कम होती है।
बालासन विधि- सबसे पहले अपने पैरों को पीछे की ओर मोड़ कर बैठ जाए जैसे नमाज में बैठते है। फिर दोनों हाथों को अपने जांघों में रख कर सीधे बैठ जाए। उसके बाद धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए अपनी छाती को घुटनों से जोड़ें। उसके बाद धीरे-धीरे साँस लें और इस आसन में 2-3 मिनट तक बने रहे। इस आसन को 5-10 बार तक करना चाहिए।
बालासन योग के लाभ- इस आसन से मानसिक तनाव, कमर दर्द दूर होता है। साथ ही इससे पेट की चर्बी कम कि जात सकती है। बालासन करन से कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी बचा जा सकता है।
वीरभद्रासन

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वीरभद्रासन विधि- वीरभद्रासन में सीधे खड़े हो जाए और दोनों पैरों के बिच 3 से 4 फीट की दूरी रखें। लम्बी साँस लें और दोनों हाथों को जमीन के समान्तर में ऊपर उठायें और अपने सर को दाएँ तरफ मोड़ें। उसके बाद साँस छोड़ते हुए अपने दाएँ पैर को 90 डिग्री में मोड़े और हल्का सा दाएँ तरफ मोड़ें। उसके बाद इस आसन में कुछ समय रूके और फिर समान्य हो जाए। इस आसन को 5-6 बार करना चाहिए।
वीरभद्रासन लाभ- इस आसन से पैरों और भुजाओं को शक्ति मिलती है और शरीर का नीचला भाग स्वस्थ रहता है। शरीर की अनचाही चर्बी को कम करने में सहायक होता है।
त्रिकोणासन

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त्रिकोणासन विधि- यह आसन करने के लिए पैरों को फैला लें, जिसमें सीधा पैर बाहर निकाल लें। अब अपने हाथों को बाहर की ओर खोल लें और सीधे हाथ को धीरे-धीरे नीचे की तरफ सीधे पैर की ओर ले जाएं। सीधी कमर के साथ नीचे की ओर देखें।
त्रिकोणासन योग के लाभ- शरीर में खिचाव के कारण रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। साथ ही किडनी भी स्वस्थ रहती है। शरीर की अनचाही चर्बी कम होती है।
सेतुबंधासन

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इस योग मुद्रा में आपको अपने शरीर को एक पुल के जैसे बनाना पड़ता है। सबसे पहले जमीन पर सीधे लेट जाएँ और अपने बाहं को दोनों तरफ रखें। शरीर के नीचले हिस्से को उठायें। उस मुद्रा में एक लम्बी सी साँस लें और लगभग 25-30 सेकंड तक रुकें रहे और फिर धीरे-धीरे समान्य अवस्था में आ जाए। इस योगासन को 4-5 बार करना चाहिए।
सेतुबंधासन योग के लाभ– इस आसन से छाती मजबूत हाती है साथ ही रीढ़ की हड्डी भी स्वस्थ रहती है। मानसिक तनाव दूर होता है। बढ़े हुए पेट को कम किया जा सकता है।
भुजंगासन

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सबसे पहले उल्टे पेट लेट जाएँ। उसके बाद एक लम्बी साँस के साथ अपने शरीर के उपरी भाग को जैसे सिर, गर्दन, कन्धों और छाती को ऊपर की तरफ ले जाएँ इस आसन में 20-30 सेकंड तक रुके रहे। इस आसन को 4-5 बार करना चाहिए।
भुजंगासन के लाभ- Acidity और गैस की समस्या दूर होती है मोटापा कम होता है। रक्त परिसंचरण सही रहता है। अपच, कब्ज की परेशानी दूर होती है।
पश्चिमोत्तनासन

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पश्चिमोत्तनासन योग का सीधा प्रभाव पेट की चर्बी पर पड़ता है। क्योंकि पश्चिमोत्तनासन क्रिया को करते समय पेट पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे पेट की चर्बी कम होती है।
पश्चिमोत्तनासन विधि- पश्चिमोत्तनासन को करने के लिए सबसे पहले तो सीधे लेट जायें। फिर इसके बाद धीरे-धीरे अपने शरीर के ऊपर के हिस्से को उठायें और बैठ जायें। अपने हाथों को ऊपर करें और आगे की ओर झुकते हुए हाथों से पैरों को छूने की कोशिश करे कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने कि कोशिश करे।
पश्चिमोत्तनासन योग के लाभ- पश्चिमोत्तनासन का सीधा असर पेट पर पड़ता है, इस कारण से पेट की चर्बी कम होती है।
योगा आसन करने से स्वस्थ रहने और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर किया जा सकता है। किसी भी प्रकार का शारीरिक व्यायाम शरीर के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। शारीरिक व्यायाम के साथ उचित आहार भी लेना आवश्यक है। आहार हमेशा सात्विक और योगिक होना चाहिए। जैसे- घर का बना खाना, ताजे फल और हरी सब्जियों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
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