Makka Madina History Facts Hindi- सऊदी अरब की धरा पर ही इस्लाम का जन्म हुआ, इसलिए मक्का और मदीना जैसे पवित्र मुस्लिम तीर्थस्थल उस देश की पहचान है। मक्का शरीफ में पवित्र काबा शरीफ है, जिसकी परिक्रमा कर हर मुसलमान धन्य हो जाता है। यही वह स्थान है जहां हज यात्रा सम्पन्न होती है। तो आईए जानते है मक्का-मदीना के रोचक और जानने योग्य तथ्य। Makka Madina History Facts Hindi
दुनिया के विचित्र, रहस्यमयी और चमत्कारी पेड़ों का संसार- Amazing Facts
- पूरी दुनिया की सबसे ऊँँची छतरी भी मदीना शरीफ में ही लगी हुई है।
- पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा विधुत उर्जा की खपत भी मक्का शरीफ और मदीना शरीफ में ही होती है।
- दुनिया में सबेस ज्यादा Air Conditioning का प्रयोग मक्का शरीफ और मदीना शरीफ में ही किया गया है।
- सउदी अरब की सबसे ऊँँची इमारत की ऊंचाई 1 किलो मीटर से भी ज्यादा होने का अनुमान है।
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- सऊदी अरब के हिजाज़ इलाके में मक्का शहर है और ये मक्का सल्तनत की राजधानी है।
- मक्का शहर की आबादी करीब 20 लाख बताई जाती है, लेकिन पवित्र हज के महीने में यहां लोगों की संख्या तीन गुनी हो जाती है।
- मक्का शहर में ज्यादातर लोग ”Haj Industry” में काम करती है, और Haj Industry’ पूरे वर्ष केवल हज की तैयारियों से जुड़े काम ही करने रहते है।
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- माना जाता है कि पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म इस्लाम के सबसे पवित्र धार्मिक स्थल मक्का में हुआ था।
- पूरी दुनिया के मुसलमान अपनी पांच समय की नमाज मक्का में स्थित Kaba Sharif की तरफ मुंह करके ही पढ़ते हैं।
- इस्लाम के अनुसार जो जिस मुसलमान पर हज फर्ज हो जाता हैै उसे अपने जीवन में कम से कम एक बार हज के लिए मक्का ज़रूर जाना चाहिए।
- मक्का शरीफ में मस्जिद के दक्षिण में लंदन के Big Ben Clock की तर्ज पर Royal Mecca Clock Tower बनाया गया है जिसे दुनिया की सबसे ऊँँची इमारतों में से एक बताया जा रहा है।
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- मक्का में पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पैरों के चिन्हों भी बहुत ही हिफाजत से रखा गया है, जिसके दिदार के बाद हज यात्री अपने को बहुत ही सौभाग्यशाली मानते हैं।
- मक्का शरीफ का हज यात्रा बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे इस्लाम का पांचवा स्तम्भ माना जाता है। यह भी माना जाता है कि काबा ही वह स्थान है जहाँ से पृथ्वी की शुरुवात हुई थी।
- मदीना शहर, जिसे मदीना शरीफ भी कहा जाता है। मदीना शरीफ हेज़ाज़ क्षेत्र के पश्चिमी भाग में स्तिथ है।
- मदीना शरीफ को सम्मानपूर्वक अल-मदीना अल-मुनव्वरा के नाम से बुलाया है। मक्का के बाद यह इस्लाम का दूसरा पवित्र स्थान है।
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- मदीना शरीफ में ही पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को दफनाया गया है।
- मदीना शहर में इस्लाम कीी तीन प्रमुख मस्जिद है, जिनके नाम है मस्जिद अल नबवी पैगंबर कीी मस्जिद, मस्जिद ए क़ुबा इस्लाम के इतिहास कीी प्रथम मस्जिद, और मस्जिद अल क़िब्लतैन वह मस्जिद जिसमें दो क़िब्लओं की तरफ़ मुंह करके नमाज़ पढी गयी है।
- मक्का शरीफ में एक पवित्र कुआँ है, जिसका नाम है आबे ज़म-ज़म और यह कुआँ हजरत ईब्राहिम के पुत्र हजरत ईस्माईल के जमीन पर पैर पटकने से बना था।
- आबे ज़म-ज़म का पानी सैकड़ो वर्षों से लाखों हजियों ने पिया, लेकिन आज तक इसका पानी कम नहीं हुआ है।
- आबे ज़म-ज़म के पानी का स्वाद हमेशा एक सा ही रहता है।
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- आबे ज़म-ज़म के पानी में Calcium और Magnesium के तत्व पाए गए हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होते है साथ ही यह शरीर को स्फूर्तिदायक भी प्रदान करते हैं।
- आबे ज़म-ज़म का पानी पूर्ण रूप से शुद्ध और साफ है और इस पानी में किसी भी प्रकार के जैविक या जिवाणु नही मिलते है।
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- गैर मुस्लिमों का मानना है कि जो काला पत्थर काबा शरीफ में लगा है वह भगवान शिव का शिवलिंग है, लेकिन यह एक मिथक है।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि मक्का शरीफ या मदीना शरीफ में एक भी मंदिर या अन्य किसी भी प्रकार के बुत खाने नहीं है। यहां केवल खुदा की ही बंदगी होती है।
- मस्जिद-ए-नबवी, अल-मस्जिद अल-नबवी, जिसे अक्सर पैगंबर की मस्जिद कहा जाता है, सऊदी अरब के शहर मदीना में स्थित इस्लाम का दूसरा पवित्र स्थान है।
- मक्का में Mosque-e-Haram मुसलमानों के लिए पवित्र स्थान है। जबकि बैतुल मुक़द्दस में Mosque-e-Axa इस्लाम का तीसरा पवित्र स्थान है।
- मस्जिद-ए-नबवी का निर्माण पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने सन् 622 अथवा 623 में करवाया था।
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- मूल मस्जिद Rectangle के आकार की थी और यह कच्ची ईंटों से बनाया गया था। इसकी छत ताड़ के पत्तों और मिट्टी की थी और इसमें ताड़ के तनों से खम्बे बनाए गए थे।
- काबा शरीफ पवित्र Cube के आकार की ईमारत है। माना जाता है काबा शरीफ लगभग एक हज़ार चार सौ साल से भी पुरानीी है। परन्तु इस्लामी परंपरा के अनुसार इसे इब्राहीम के समय से जोड़ा जाता है। पुरे विश्व के सभी मुसलमान चाहे वह कहीं भी हों नमाज़ पढ़ते समय काबा की और मुहँ करके नमाज़ पढ़ते हैं।
- मक्का में पत्थरों से बनी हुई एक विशाल मस्जिद है, जिसके बीचों बिच काबा शरीफ है।
- काबा शरीफ ग्रेफाइट पत्थर से बना हुआ 40 फीट लम्बी और 33 फीट चौड़ी ईमारत है। इसमें कोई भी खिड़की नहीं है, लेकिन केवल एक दरवाज़ा है।
- काबा शरीफ के पूर्वी कोने में जमीन से लगभग 5 फीट की ऊंचाई पर पवित्र काला पत्थर स्थित है ।
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- मक्का की बुनियाद आज से लगभग 1400 साल पहले पैग़ंबर मोहम्मद ने रखी थी। बाहर से देखने में ये चौकोर भवन की तरह लगता है और उस पर काला लिहाफ़ चढ़ा रहता है।
- मक्का के चारों तरफ़ मस्जिदें बनी हुई हैं जहां हज या उमरा के लिए आने वाले मुसलमान नमाज़ पढ़ते हैं।
- आज से करीब 70 साल पहले मक्का पर काला लिहाफ नहीं होता था बल्कि एक खुला स्थान था जहां लोग नमाज़ पढ़ते थे।
- मक्का शरह में गैर मुस्लिमों की जाने की मना ही है और यहां बकायदा सूचनाओं में यह भी लिखा जाता था कि “काफिरों‘ का प्रवेश प्रतिबंधित’’ है। लेकिन अब “काफिर‘ शब्द के स्थान पर “Non Muslim” यानी गैर-मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है।
- “काफिर‘ शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है “इनकार करना‘ अथवा “छिपाना‘। वास्तव में “काफिर’’ शब्द का उपयोग नास्तिक के लिए किया जाता है। लेकिन दुर्भाग्य से “काफिर’’ शब्द को हिन्दुओं से जोड़ दिया, जो एकदम गलत है। ईसाई, यहूदी, पारसी और बौद्ध भी उस वर्जित क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकते।
दुनिया के विचित्र और रोचक 21 भौजनालय- World’s Peculiar, Interesting Restaurant
- सिख धर्म के प्रथम गुरु नानक देव ने जीवन भर हिन्दू और मुस्लिम धर्म की एकता का संदेश दिया और यातायात के बेहद कम साधनों वाले उस दौर में भी पूरे भारत ही नहीं आधुनिक इराक के बगदाद और सउदी अरब के मक्का मदीना तक की यात्रा की।
- एक रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद ए नबीवी में हर साल करीब 10 से 12 लाख रोजेदार एक साथ रोजा इफ्तार करते हैं, इसी कारण मदीना मुनव्वरा की मस्जिद ए नबीवी में दुनिया का सबसे बड़ा रोजा इफ्तार होता हैं।
- मक्का के काबा शरीफ की मस्जिद ए हरम में रमजान के महिन में हर रोज लगभग 10 लाख लोग इफ्तार करते हैं।
- पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा विधुत उर्जा की खपत भी मक्का शरीफ और मदीना शरीफ में ही होती है।
भारत का मित्र राष्ट्र, इजराइल के बारे में 60 महत्वपूर्ण रोचक तथ्य- Interesting Fact
- दुनिया में सबेस ज्यादा Air Conditioning का प्रयोग मक्का शरीफ और मदीना शरीफ में ही किया गया है और Air Conditioning के लिए सात किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई गई है, जिसकी चौड़ाई 6.10 मीटर और ऊंचाई 4.10 मीटर है।
- मस्जिद-ए-नबवी तुर्की शासन के युग में बेहद कलात्मक ढंग से बनाई गई है। अभी मस्जिद में 5,35,000 लोग एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं। हज के दिनों में यह संख्या 10 लाख तक पहुंच जाती है।
- मस्जिद-ए-नबवी में कुल 10 ऊंची मीनारे हैं और 27 छोटे गुबंद हैं। इसमें 68 किलो सोने का प्रयोग किया गया। निचली मंजिल में कुल 2174 स्तंभ है, जिसमें 1600 टन पीतल लगा है।
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- मस्जिद-ए-नबवी में कई विशाल दरवाजे है और एक दरवाजे का वजन 2.5 टन है। मस्जिद-ए-नबवी के परिसर में पार्किंग भी अत्याधुनिक है। इसमें 4,444 गाड़ियों को एक साथ पार्क किया जा सकता है। चार मंजिले वजूखाना में 6,000 नल लगे हैं।
- मदीना शरीफ का पूराना नाम ‘यसरिब’ था,लेकिन पैगंबर द्वारा हिजरत (622 ई) के बाद नाम ‘मदीना’ पड़ा। मदीना का अर्थ है शहर, इसे मदीनतुल नबी अर्थात नबी का शहर एवं तैयबा भी कहा जाता है।
- मस्जिद-ए-नबवी की बाईं ओर मदीना का विशाल कब्रिस्तान बकीअ स्थित है, जिसे जन्नतुल बकीअ के नाम से जाना जाता है। इस कब्रिस्तान में पैगंबर के 10 हजार से ज्यादा सहाबा (साथी) दफन हैं।
- मक्का मस्जिद अल हरम, बैथ उल्लाह, सफा और मारवा जैसी पवित्र मस्जिदों के लिए मशहूर है।
- मस्जिद अल हरम दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। इसे Grand Mosque के नाम से भी जाना जाता है।
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- जबल अल-नूर में मौजूद गुफा और आबे जम-जम भी काफी मशहूर हैं। आबे जमजम के पानी को बहुत पवित्र माना जाता है।
- सउदी अरब में किसी भी प्रकार का नशीला पेय ले जाने पर सख्त मनाही है और ऐसा करने पर कड़ी सजा भी मिल सकती है।
- सऊदी अरब में Homosexual पर पूर्ण रूप से पाबन्दी है। किसी भी प्रकार से Homosexual पाए जाने पर मौत की सजा तक दी जा सकती है।
- सऊदी अरब में आप अपनी महिला मित्र के साथ चल नहीं सकते है। ऐसा करते पाए जाने पर आपको सजा दी जा सकती है।
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- सऊदी अरब में महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग-अलग रास्ते होते है।
- सउदी अरब में लोगों की व्यक्तिगत गोपनीयता बहुत ही मायने रखती है।
- सउदी अरब में अपराधियों के लिए मौत की सजा बहुत ही आम है। इसके लिए अपराधि का सर काट दिया जाता है।
- अपराधियों का सर काट देने की सजा को सन् 2013 के बाद बदल दिया गया है।
- सउदी अरब में तलवार रखना या तलवार बाजी करना बुरा माना जाता है, ऐसा करने पर उस व्यक्ति को तुरन्त ही Fire Squad के हवाले कर दिया जाता है।
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- सउदी अरब में किसी भी प्रकार का जादू करना या हाथ की सफाई दिखाना कठोर रूप से मना है, इसका प्रमुख कारण यह है कि यहां के लोगों का विश्वास सिर्फ खुदा पर है।
- सउदी अरब में 1 लीटर पानी की कीमत 1 लीटर Oil से ज्यादा है क्योंकि यहां पानी कम है लेकिन तेल ज्यादा है।
- सउदी अरब में पूरी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनाई जा रही है, जो लगभग सन् 2018 तक में बन कर खड़ी हो जायेगी।
दुनियाँ की सबसे रहस्यमयी जगह ‘एरिया 51’- Area 51 Secret in Hindi
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