
Interesting Stories in Hindi
Interesting stories in hindi- एक दस वर्ष की सायना नाम लड़की थी। सायना के भाई को कैंसर था। एक दिन सायना एक मेडिकल स्टोर पर जाती है और धीरे से मेडिकल स्टोर के मालिक से कहती है।
‘’अंकल…अंकल।‘’
लेकिन स्टोर का मालिक अपने एक विदेशी मित्र से जो कि बहुत सालों के बाद अपने मित्र से मिलने आया था उससे बात करने में व्यस्त था। उसे सायना की आवाज सुनाई नही दी।
सायना ने दोबारा कहा, ‘’अंकल… अंकल ‘’
स्टोर मालिक ने सायना की आवाज सुनकर कहा, हाँ क्या चाहिए बेटा।
सायना ने अपनी मुठ्ठी में बन्द सिक्कों को टेबल पर रख कर कहा, ‘’ अंकल मुझे चमत्कार चाहिए।‘’
स्टोर मालिक, ‘’चमत्कार… बेटा यहां चमत्कार नही मिलता यह मेडिकल स्टोर है यहां तो दवाईयां मिलती है।
सायना, ‘’दवाईयां मिलती है तो यहां चमत्कार भी मिलता होगा।‘’
मेडिकल स्टोर का मित्र सायना की बात को बड़े ही ध्यान से सुन रहा था और सोच रहा था कि इतनी छोटी सी बच्ची को किसने कहा होगा कि मेडिकल स्टोर पर चमत्कार मिलता है।
स्टोर मालिक का विदेशी मित्र उत्सुकता वश सायना से पूछता है, ‘’बेटा आपको किसने कहा कि यहां चमत्कार मिलता है।
सायना ने जवाब दिया पापा ने।
विदेशी मित्र, पापा ने, वह क्यो?
मेरे छोटे भाई को कैंसर है। आज सुबह पापा मेरी माँ से कह रहे थे कि डॉक्टर ने कहा है कि अब दवा से फायदा नही हो रहा है, बड़ा ऑरेशन करना पड़ेगा और मैं केवल इतने रूपए ही कमा पाता हूँ कि किसी तरह से दवाईयों का खर्च निकाल सकू। अब तो चमत्कार ही छोटू को बचा सकता है।
विदेशी मित्र ने सायना से पूछा, ‘’बेटा तुम कितने रूपए लेकर आई हो चमत्कार खरीदने के लिए?‘’
सायना ने अपनी मुठ्ठी खोल कर सारे रूपए विदेशी मित्र को दे दिए। कुल 99 रूपए थे। विदेशी मित्र ने अपने मेडिकल स्टोर मित्र की ओर देख कर कहा, ‘’पूरे 100 रूपए भी नही है।‘’ और दोनों मुस्कुरा दिए।
विदेशी मित्र ने सायना से कहा, ‘’बेटा चलो आपने चमत्कार खरीद लिया। अब तुम मुझे अपने घर ले चलो ताकी मैं चमत्कार से तुम्हारे छोटे भाई को ठीक कर सकू।
वह विदेशी मित्र ओर कोई नही एक बहुत बड़े Cancer Specialist थे। उन्होने सायना के छोटे भाई का ऑपरेशन किया और दवा का खर्च स्वंय ही वहन किया और फीस ली मात्र 99 रूपए।
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