How Akshay Kumar Became an Actor – राजीव हरी ओम भाटिया, इनके पिता का नाम था हरी ओम भाटिया जो कि एक Accountant थे। राजीव को बचपन से ही Sport में बड़ी रूची थी।
ये दिल्ली के चांदनी चौक में रहते थे और वहीं बड़े हुए। इनका पढ़ने में मन नहीं लगता था।
राजीव ने गुरू नानक खालसा कोलेज में अपना उच्च शिक्षा के लिए Admission लिया परन्तू उन्होंने पहले वर्ष के अंत में कोलेज छोड़ दिया और Bangkok चले गए। इनके Bangkok जाने का कुल खर्चा 22000 रूपये था उसमें भी इनके पिता ने 18000 किसी से Loan लेकर इन्हें दिया। वहाँ उन्होंने Martial Arts सिखा और इसमें Black Belt की उपाधि प्राप्त की।
राजीव ने Bangkok में एक Metro Restaurant में Wetter का काम किया, जिससे इन्हें कुछ धन की आवक होने लगे। इसके बाद राजीव ढाका चले गए और वहाँ काम करने लगे। इसके बाद कलकता में एक Travail Agency में काम करने लगे। यहीं इन्होंने मोहम्मद अली रोड़ पर कुन्दन की Jewelry को बेचने का काम भी किया। इसे ये दिल्ली से खरीदते और वहाँ जा कर बेच देते थे।
कुछ समय बाद ये मुम्बई आ गए और यहाँ बच्चों को Martial Arts की शिक्षा देने लगे।
राजीव दिखने में अच्छे थे और Martial Arts की वजह से उनकी Physic भी अच्छी थी तो उनके एक छात्र ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे Modeling करें और राजीव ने उसकी बात मान ली और Modeling करने लगे।
राजीव को पहला Assignment एक AC का Advertisement मिला जिसमें उनके अजीब-अजीब तरिके से Photo लिए गए और दो घण्टे बाद उनके हाथ में एक Cheque पकड़ा दिया गया। उस समय उनकी महिने की Income 6000 रूपये थी और उस Cheque में लिखा Amount 21000 रूपये का था। उस Cheque को देखकर राजीव मन ही मन सोचने लगे इतने रूपये तो मैं जब 3 महिने लगातार काम करता हूँ तब भी नहीं मिलते और यहां केवल दो ही घण्टें में मिल गए। अब राजीव ने फैसला कर लिया कि वे यही काम करेंगे।
उन्होंने एक Photographer Jayesh Sheth के Assistant के रूप में काम किया और Jayesh Sheth ने बिना Salary राजीव का पहला Portfolio बनाया।
इन्होंने शुरूआती दिनों में बहुत सी फिल्म में एक Background Dancer के रूप में काम किया, Ad-films Shoot की।
राजीव के जीवन में एक ऐसी घटना घटी जिससे उनकी पूरी जिन्दगी बदल गई। एक दिन राजीव को एक फोन आया और उनको एक Ad-films shoot करने के लिए दूसरे दिन सुबह की 6बजे वाली Flight से Bangalore जाना था और उनके सुनने में गलती हो गई और उन्होंने शाम की 6बजे की Flight समझ ली।
जब वे सुबह उठे तो उन्हें फिर से फोन और राजीव को फोन में से ही खुब डाट पड़ी और अंट-संट सुनाया गया। राजीव ने उनसे माफी मांगी और कहा मैं अभी आता हूँ लेकिन जब तक वे एयरपोर्ट पहूँचे तब तक Flight जा चुकी थी। राजीव को बहुत दु:ख हुआ और वे वापस घर आ गए। घर पर उनके पिता ने कहा, “चिंता मत करो जो होता है अच्छे के लिए होता है।“
उस दिन वे बहुत दु:खी-दु:खी थे और शाम को भारी मन से बहार निकले। घूमते-घूमते वे मद्रास Studio पहूँचे। वहाँ उन्हें एक Makeup Man मिला और उसने राजीव से पूछा, “क्या बेटा हीरो बनने आए है?” राजीव तो वहाँ एक छोटे मोटे रोल के लिए गये थे और उस Makeup Man ने सिधे ही उनसे हीरो बनने को कह दिया।
राजीव ने तुरन्त कहा, “हाँ…” उस Makeup Man ने राजीव का Portfolio लेकर Pramod Chakravarthy को बताया और Pramod Chakravarthy ने तुरन्त राजीव को अन्दर बुलाकर पूछा, “तुम मेरी फिल्म के लिए काम करोगे?“
राजीव ने हाँ भर दी और Pramod Chakravarthy ने उन्हें अपनी अगली 3 फिल्मों के लिए sign कर लिया। Signing Amount 5001 रू का था और जब वे अपने हाथ में वो Signing Amount का Cheque ले रहे थे, तो संयोगवश उस समय भी शाम के 6बज रहे थे।
इस प्रकार से हमारे सामने उभर कर आया एक बहुत ही बड़ा सुपर स्टार राजीव हरी ओम भाटिया जो और कोई नहीं हमारे चहिते सुपर स्टार अक्षय कुमार हैं।
इस प्रकार से अक्षय कुमार ने अपने दम पर इतना बड़ा मुकाम हासिल किया।
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Awesome Story !
isse pata chalta hai ki jo karta hai upar wala acche ke leye karta hai or hame hamesh apna 100% dene ke leye teyar rehna chaheye !