Heart Touching Story in Hindi – राधे एक गरीब लड़का था। उसके पास School Fees जमा करने के पैसे भी नहींं थे।
वैसे तो School प्रशासन उसकी Fees माफ करने के लिए तैयार था, लेकिन राधे थोड़ा स्वाभिमानी प्रकार का Student था और उसका मानना था कि जिंदगी में जितना हो सके, उतना आत्मनिर्भर रहना चाहिए। इसीलिए उसने अपने Teacher से School Fees Deposit करने के लिए कुछ दिन और मांगे।
School Fees भरने के लिए राधे ने एक दुकानदार से कुछ सामान लिया और उसे घर-घर जाकर बेचने लगा।
एक दिन बड़ी तेज गर्मी थी। राधे को बड़ी जोरो की भूख भी लगी थी, सो उसने सोचा कि इस बार वह जिस घर में सामान बेचने के लिए जाएगा, उससे पानी मांग कर पी लेगा।
राधे ने एक घर का दरवाजा खटखटाया। सामने से एक लड़की ने गेट खोला। राधे उसे अपना सामान दिखाकर कहने लगा, “खरीद लीजिए, यह सामान बहुुत ही अच्छा है।“
लेकिन लड़की ने कहा कि, “मुझे जरूरत नहींं है।“
राध्ो ने अपना सामान वापस पैक करते हुए उस लड़की से एक ग्लास पानी मांगा। लड़की ने राधे की ओर देखा और उसका चेहरा देख वह समझ गई कि लड़के को भूख लगी है और अपनी भूख मिटाने के लिए वह पानी मांग रहा है। लड़की घर के अन्दर गई और दूध का एक ग्लास लेकर आ गई।
राधे ने दूध देखा और धीरे-धीरे दूध पी लिया। दूध पीने के बाद उसने लड़की से पूछा, “कितने रूपए दूं?“
लड़की ने कहा,”रूपए… रूपए किस बात के? मेरी माँ ने मुझे सिखाया है कि मदद पैसों के लिए नहीं की जाती है।“
राधे उस लड़की को धन्यवाद देते हुए वहाँँ से चला गया।
धीरे-धीरे समय गुजरता रहा। एक दिन वह लड़की काफी गम्भीर रूप से बीमार हो गई। Doctor ने बहुत कोशिश की लेकिन उसकी हालत गंभीर होती जा रही थी। इसलिए Doctor ने उसे शहर के बड़े Hospital में Refer कर दिया। बड़े Hospital के Doctor ने उस लड़की की Report देख कर Specialist Doctor को बुलाया।
Specialist Doctor ने उसका ईलाज करना शुरू किया। उन्होने उसकी जान बचाने के लिए दिन-रात एक कर दिए और उसकी की जान बचा ली। वह लड़की भी बहुत खुश थी, लेकिन अब उसे एक चिंता सता रही थी कि इस बड़े Hospital के Bill का Payment कैसे होगा?
Specialist Doctor उस लड़की की चिंता को भांप गए और उन्होने Room में जा कर उस लड़की के ईलाज का Bill मंंगवाया। Bill को कुछ देर देखने के बाद उन्होने Bill के एक कोने में कुछ लिख दिया और Bill लड़की के Room में भिजवा दिया।
अब उस लड़की को ईलाज का Bill भरना था। वह जानती थी कि बहुत सारा रूपया लगा है ईलाज में। उसने सोचा बीमारी से तो बच गई पर उसके ईलाज का खर्च देखकर जरूर वह मर जाएगी।
फिर भी धीरे-धीरे उसने उस Bill का लिफाफा खोला और ईलाज का खर्च देख कर उसको चक्कर आने लगा।
Bill को कुछ देर देखने के बाद लड़की की नजर कोने में लिखे एक नोट पर गई जिसमें लिखा था।
आपके ईलाज का सारा भुगतान कर दिया गया है। एक ग्लास दूध के द्वारा !
लड़की को ये बात कुछ समझ में नहीं आई, इसलिए वह Receptionist के पास गई और उससे पूछा कि उसके Bill का Payment किसने किया?
Receptionist ने Letter देते हुए कहा, “जिन Specialist Doctor ने आपका ईलाज किया था, उन्ही ने आपके ईलाज का Payment भी कर दिया है।“
लड़की ने Letter खोल कर पढ़ा तो उसमे लिखा था,”मेरी माँ ने भी मुझे सिखाया है कि जब भी किसी की मदद करो तो, उसके बदले रूपए मत लेना।”
Wao…very nice post.
Ekdm sahi insaaniyat dikhayi gyi hai iss post me.
Insaan ko aisa hi hona chahiye.
bahut acha laga ki aaj bhi insaniyat jinda hai hme is story ko real life me bhi apply karna hai
So inspiring story
very nice story this is true