गर्मी की छुट्टीयाँ चल रही थी और सभी बच्चे उसी छुट्टी का आनंद लेते हुए Ground में खेल रहे थे। खेलते-खेलते एक बच्चा गिर गया और उसके सिर पर गहरी चोट लग गई।
जब बच्चे को Hospital ले जाया गया तो पता चला कि Doctor कहीं बाहर गए हुए हैं। इससे उस बच्चे के पिता बहुत क्रोधित हो उठे। जब Nurse ने उस बच्चे की हालत देखी तो बिना समय गवाए तुरन्त Doctor को Emergency Surgery करने के लिए बुला लिया।
जब Doctor, Hospital आए तो उस लड़के के पिताजी ने उन्हे डांटते हुए पूछा, “आप Hospital छोड़कर कहाँ चले गए थे। आपको पता है मेरे बेटे के सिर पर कितनी गहरी चोट लगी है। अगर उसे कुछ हो गया तो। क्या आपको आपकी जिम्मेदारी का कोई अहसास नहीं है।”
Doctor उस व्यक्ति की सारी बातें सुनने के बावजूद उन्हें अनसुना करते हुए Operation Theater में चले गए जहाँ वह Patient था।
Surgery करने में कुछ घंटे लग गए। उसके बाद Doctor अपनी Team के साथ बाहर आए और Patient के पिता से कहा, ”अब आपका बेटा सुरक्षित है, आप चाहें तो उससे मिल सकते हैं।”
इतना कहते हुए Doctor फिर से Hospital से वापस जाने लगे।
उस व्यक्ति ने Nurse से पूछा, ”ये Doctor इतने जल्दी में क्यों रहते हैं, थोड़ी देर रूकते तो मैं इनसे अपने बेटे के बारें में कुछ पूछना चाहता था।”
Nurse ने उनकी बातों का उत्तर देते हुए कहा, ”उनके इकलौते पुत्र की आज सुबह ही एक कार Accident में मृत्यु हो गई और जब मैंने आपके बच्चे की Emergency Surgery करने के लिए उन्हे फोन किया, तो वे उस समय अपने पुत्र का अन्तिम संस्कार करने जा रहे थे। जैसे ही उन्हे आपके बच्चे के बारे में पता चला, तो वे उसके अन्तिम संस्कार की प्रक्रिया को बीच में छोड़कर आपके लड़के के ईलाज के लिए आए थे। अब वे वापस शमसान गए हैं, अपने पुत्र का अंतिम संस्कार पूर्ण करने के लिए।”
thanks for sharing nice stories
think twice before saying anything…..and that doctor was great…..humanism is still present in people….
Thanks for sharing nice story.