Dengue Fever Treatment Papaya- डेंगू, एक वायरस जनित रोग है। DENGUE एडीज इजिप्टी नामक मच्छर की प्रजाति के काटने से होता है। वैसे DENGUE कभी भी हो सकता है, लेकिन गर्मी और बारिश के मौसम में DENGUE बहुत ही तेजी से फैलता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि डेंगू मच्छर आम मच्छरों की प्रजाति का नहीं होता, यह खास प्रकार का विषैला मच्छर होता है, जिसके काटने के 3 से 5 दिन बाद ही डेंगू का वायरस शरीर में फैलता है। कभी-कभी यह अवधि 3 से 10 दिन की भी हो सकती है।
डेंगू बुख़ार को हड्डीतोड़ बुख़ार के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि डेंगू से पीड़ित रोगी को हड्डियों में बहुत अधिक दर्द हो सकता है, जैसे उनकी हड्डियां टूट गयी हों। पूरी दुनिया में डेंगू वायरस से बचने के लिये कोई Vaccine नहीं है। डेंगू बुख़ार से बचने के लिये केवल कुछ उपाय ही किए जा सकते हैं।
डेंगू बुख़ार से बचने के उपाय
DENGUE, एडीज इजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। डेंगू के मच्छर साफ़ पानी में ही पनपते है और यह दिन में ही काटते है। लेकिन डेंगू के मच्छरों से केवल हमारी समझदारी से बचा जा सकता है। इसके लिए कुछ उपाय किए जा सकते है।
- खाली बर्तनों को उलटा करके रखें।
- पक्षियों के खाने- पीने के बर्तनों को हर रोज साफ करें।
- अगर घर में कूलर है तो उसका पानी दो या तीन दिन बाद अवश्य बदलें।
- घर में स्थित हौदियों, टैंकरों में पानी को साफ रखने के लिए उसमें क्लोरीन की दो चार गोलियां डाल दें।
- घर के आस- पास या छत पर पड़े बेकार टायर, ट्यूब, टूटे हुए मटके, खाली डिब्बों आदि में बरसात का पानी इकठ्ठा न होने दें।
- पार्क में जाते समय या ऐसी जगह जाते समय जहां मच्छरों के काटने का खतरा हो, वहां पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए ताकि मच्छर ना काटें।
- मच्छरों से बचने के लिए क्रीम, मच्छरदानी और अन्य उपायों का इस्तेमाल करना चाहिए।
डेंगू के कारण हमारे शरीर में Platelets कम हो जाता है, जिसके कारण कभी-कभी Platelets चढ़ाने की जरूरत पड़ती है।डेंगू के कारण पूरी दुनिया मे लगभग 10 करोड़ लोग डेंगू के शिकार होते है। Platelets कम हो जाने के कारण बुखार होना, पेट की गड़बड़ी, उल्टी, दस्त हो जाता है। साथ ही लीवर अपना काम ठीक से नहीं कर पाता है। लेकिन हम अगर थोड़ी सी सावधानी रखे तो डेंगू जैसी बीमारी से बच सकते है। डेंगू की रोकथाम के लिए जरुरी है कि डेंगू के मच्छरों के काटने से बचे और इन मच्छरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाए।
डेंगू मच्छर से बचाव
- घर में और घर के आसपास पानी जमा ना होने दें। शरीर की और घर की साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- यदि घर में बर्तनों में पानी भर कर रखना है तो ढक कर रखें। जरुरत ना होने पर बर्तन खाली कर के या उल्टा कर के रख दें।
- कूलर, गमले का पानी प्रतिदिन बदलते रहें। जरूरत ना होने पर कूलर का पानी खाली करके सुखायें।
- ऐसे कपड़े पहनें जिससे पूरा शरीर ढका रहे।
- मच्छर रोधी क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का प्रयोग मच्छरों के बचाव हेतु करें।
डेंगू बुखार का आयुर्वेद उपचार
डेंगू बुखार एक जानलेवा बुखार है। डेंगू बुखार धीरे-धीरे एक महामारी के रूप में फैल रहा है। हर साल बीमारी के चलते कई लोग अपनी जान गंवाते है। आयुर्वेद के अनुसार अदरक और इलायची बुखार में राहत पहुंचाते हैं। अगर इन्हें चाय में डालकर पिया जाए तो मरीज के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके साथ ही आयुर्वेद में गिलोय और पपीते के पत्तों से डेंगू का उपचार किया जा सकता है। पपीते के पत्तों का जूस भी डेंगू के मरीज के लिए उपयोगी बताया जाता है।
- पपीते की पत्ती- पपीते की पत्तियां, डेंगू के बुखार के लिए सबसे असरकारी दवा कही जाती है। पपीते की पत्तियों में मौजूद पपेन एंजाइम शरीर की पाचन शक्ति को ठीक करता है, साथ ही शरीर में प्राटीन को घोलने का काम करता है। डेंगू के उपचार के लिए पपीते की पत्तियों का जूस निकाल कर एक एक चम्मच करके रोगी को दें। इस जूस से प्लेटलेट्स की मात्रा तेजी से बढ़ती है।
- धनिया पत्ती- डेंगू के बुखार से राहत के लिए धनिया पत्ती के जूस को Tonic के रूप में पिया जा सकता है। यह बुखार को कम करता है।
- आंवला- आंवला में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है जिससे कि शरीर में एब्जॉर्ब करने की क्षमता बढ़ती है। इससे शरीर ज्यादा लौह तत्व एब्जॉर्ब कर पाता है जो कि डेंगू के बुखार को ठीक करने के लिए जरूरी है।
- तुलसी- तुलसी के पत्तों को गरम पानी में उबालकर और छानकर डेंगू रोगी को पीने को दें। तुलसी की चाय डेंगू रोगी को बेहद आराम पहुंचाती है। यह चाय दिनभर में तीन से चार बार ली जा सकती है।
- बकरी का दूध- डेंगू बुखार के कारण बहुत कम हो चुकी प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए बकरी का कच्चा दूध और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलेगा।
- चिरायता- चिरायता में बुखार को ठीक करने के गुण होते हैं। डेंगू के बुखार को भी चिरायता के इस्तेमाल से ठीक किया जा सकता है।
- मेथी के पत्ते- मेथी के पत्तों को पानी में उबालकर हर्बल चाय के रूप में इसका पयोग किया जा सकता है। मेथी से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे डेंगू के वायरस भी खत्म होते हैं।
- अनार और काले अंगूर- डेंगू बुखार में रक्त की कमी को पूरा करने और प्लेटलेट्स के स्तर को बढ़ाने के लिए अनार और काले अंगूर का रस पीना चाहिए।
- संतरे का जूस- डेंगू बुखार में खूब संतरे खाने चाहिए या संतरे का जूस पीना चाहिये। संतरे में एनर्जी और खूब सारा Vitamin C होता है। यह पाचन क्रिया मजबूत बनाता है और शरीर में Antibody का विकास करता है जिससे बुखार जल्द ठीक हो जाता है।
सूचना: उपरोक्त जानकारियां सामान्य श्रेणी की हैं। उचित परामर्श के लिए विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेंना चाहिए। इस लेख में डेंगू से बचने के घरेलू उपाय के बारे में बताने की कोशिश की गई है, हालांकि ये उपाय विशेषज्ञों की सलाह पर ही हैं, लेकिन डेंगू की स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टरी मदद भी लेना बहुत ही जरूरी है।
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