
Benefits of Yoga in Hindi
योगा का महत्व योगाचार्य महर्षि पतंजली ने योगदर्शन में सूत्रों के रूप में प्रस्तुत किया है। आज वही योग दुनियाभर में प्रसिद्धि पा रहा है।
योग का अर्थ है जोड़ना। जीवात्मा का परमात्मा से पूरी तरह से एक हो जाना ही योग है। योगाचार्य महर्षि पतंजली के अनुसार, “अपने चित्त को एक ही जगह स्थापित करना योग है। “योगश्च चित्तवृत्ति निरोध“ l जिसका अर्थ है मन की वृत्तियों पर नियंत्रण करना ही योग है l तो आईए जानते है योग के लाभ:-
चिंता से मुक्ति
योगा करने से पूरे दिन की चिंताओं से मुक्ति मिलती हैं। योगा करने से शारीरिक ही नही मानसिक चिंताओं से भी छुटकारा मिलता है। योगासन,प्राणायाम और ध्यान तनाव दूर करने का प्रभावी उपाय हैं।
आपसी संबंधों में सुधार
योगा करने से हमारा मन चिंता मुक्त होता है जिससे पारिवारिक सम्बन्ध अच्छे रहते है। चिंतामुक्त,प्रसन्न और तृप्त मन सम्बन्ध को अच्छी तरह से निभाता हैं। योग और ध्यान मन को प्रसन्न्ता और शांति देते हैं।
अपार शांति
योगा करने से शांतिपूर्ण, सुन्दर एवं प्राकृतिक स्थानों पर घूमना जैसे आनंद प्राप्त कर सकते है। योगा और ध्यान चिंता से भरे मन को शांत करने का सबसे अच्छा तरीका हैं।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार
योगा करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। निराशा और थकान शरीर में रोग का कारण होते हैं। योगासन अंगो को सामान्य स्थिति में रखते हैं और मासपेशियो को शक्ति देते हैं। प्राणायाम और ध्यान तनाव को दूर करते हैं जिससे प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता हैं। योगासन करने से रक्त में सफ़ेद रक्त कण में बढ़ोतरी होती है।
वजन में कमी
योगा करने से शरीर का वजन भी कम किया जा सकता है। इसके लिए सूर्य नमस्कार और कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए। नियमित रूप से योगाभ्यास करने से हमें इतनी समझ हो जाती है कि हमें किस तरह का भोजन करना चाहिए।
सही समय पर सही निर्णय लेनी की क्षमता
योग-ध्यान अंतर्ज्ञान की शक्ति को सुधारता हैं। जिससे मन शांत होता है और सही समय पर सही निर्णय लेने का ज्ञान होता है। योगा का जितना अधिक अभ्यास करते हैं, उतना अधिक लाभ मिलता हैं।
मिर्गी रोग से छुटकारा
योग बहुत प्रभावशाली है, मिर्गी के रोगी को भी इसका फायदा मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार योग के जरिये मिर्गी को भी ठीक किया जा सकता है। इसके लिए अनुलोम-विलोम को सबसे बेहतर माना जाता है।
पेट संबंधित रोग
योगा करने से पेट संबंधित रोगो से भी छुटकारा पाया जा सकता है। योग के कुछ ऐसे आसन है जिसको करने से कब्ज, अपचन, पेट का फुलना आदि में लाभ होता है।
ऊर्जा में वृद्धि
योगा करने से पूरे दिन की थकावट को खत्म किया जा सकता है और एक नई ऊर्जा का संचार होता है।रोज केवल कुछ मिनट का योग-ध्यान आपको पूरे दिन ताजगी और ऊर्जा से भरा रखता। योगाभ्यास आपके शरीर को मजबूत बनाता है और मासपेशियो को बलशाली बनाता हैं। योगा शारीरिक दर्द में आराम देता हैं।
इसके साथ ही योगासान के अनेक लाभ है। जैसे
Sleep Sickness– कुछ लोगों को रात को नींद नही आती है या नींद ना आने की बीमारी होती है। उन्हें भी योगासन करना चाहिए जिससे उन्हे सामान्य नींद आ सके। साथ ही क्रोध को दूर करने में भी योग सहायक है।
- अगर कमर दर्द, गले में दर्द, घुटने में दर्द या फिर सर में दर्द हो योगासन के अभ्यास से आप इन सभी दर्द से मुक्ति पा सकते हैं और साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से कैंसर जैसे रोगो से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
- गर्मीयों से बचने के लिए शितली प्राणायान करना लाभकारी होता है।
- शरीर के मोटापा को कम करने मे योगाभ्यास बहुत ही सहायक होती है। जैसे कमर की चर्बी, पेट की चर्बी या गले की चर्बी को दूर करने के लिए योगा करना चाहिए। महिलाओं में होने वाले Breast Cancer से भी लड़ने में योगा बहुत ही उपयोगी है।
- त्वचा से सम्बन्धीत रोग जैसे- खाज-खुजली की शिकायत हो तो योगा एक सटीक उपाय माना गया है। साथ ही गठिया रोग से मुक्ति पाना है तो योगासन का सहारा बहुती ही उपयोगी है।
- योगासन करने से चेहरे की झुरियों को खत्म किया जा सकता है और साथ ही किल-मुंहासो से छुटकारा मिलता है और चेहरे पर चमक आती है।
- योगआसन से शरीर लचीला बनता है। इससे शरीर में स्फूर्ति आती है, काम करने की शक्ति बढ़ती है तथा युवावस्था अधिक समय तक बनी रहती है।
- अलग अलग योगासनों द्वारा शरीर की भिन्न-भिन्न केशिकाओं का रक्त शीघ्रतापूर्वक शुद्ध किया जा सकता है।
- योग आसन और प्राणायाम से फेफड़ों के सिकुड़ने और फैलने की शक्ति बढ़ती है। जिससे रक्त अधिक मात्रा में शुद्ध होता है और हमारे फेफड़े सुरक्षित रहते है।
योग Blood Sugar और Cholesterol को कम करता। इसलिए Heart Patients और Diabetes को योग नियमित रूप से करना ही चाहिए |
योगासान करते समय उपयोगी सावधानीयां
- योगासन खुली एवं ताज़ा हवा में करना सबसे अच्छा माना गया है! फिर भी अगर ऐसा करना संभव न हो तो, किसी भी खाली जगह पर आसन किया जा सकता है।
- योग सीधे जमीन या फर्श पर बैठकर न करें। इसके लिए दरी या कालीन जमीन पर बिछाकर योगासन करे।
- योगासन करने से चेहने पर होने वाले किल-मुंहासे से छुटकारा पाया जा सकता है।
- किसी भी योगासन को झटके से न करें। योग उतना ही करे, जितना आप आसानी से कर पाएं।
- योगासन करने के तुरंत बाद न स्नान न करे क्योकि व्यायाम करने के बाद शरीर गर्म हो जाता है, और अगर आप गर्म शरीर में ही स्नान करेंगे तो सर्दी-जुकाम, बदन दर्द जैसी तकलीफ हो सकती है। इसलिए योग करने के एक घंटे बाद ही स्नान करना चाहिए।
- योगासन करने से हमारी किड़नीयां भी स्वस्थ रहती है।
- Pregnancy के दौरान मुश्किल आसन और कपाल भाती नहीं करना चाहिए।
योगा को वैज्ञानिक ने भी प्रमाणिक व्यायाम पद्धति माना है। योगा के लिए किसी भी प्रकार के साधनों की आवश्यकता नहीं होती हैं। योगा का नियमित अभ्यास करने से शरीर और मन को तरोताजा करने, उनकी खोई हुई शक्ति की पूर्ति कर देने और आध्यात्मिक लाभ की दृष्टि से भी योगासनों का अपना अलग महत्व है।
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