Ayurvedic Tips For Weight Loss in Hindi- आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान बहुत कुछ हासिल करना चाहता है, लेकिन यह सब वह अपनी सेहत से समझौता करके कर रहा है जिसका नतीजा होता है मोटापा।
मोटापा एक बहुत ही घातक बीमारी होने के साथ ही अनेक बीमारियों की शुरुआत भी इसी से होती है। मोटापा के कारण Heart Disease, Diabetes, Sleep, Cancer और Osteoarthritis जैसी घातक बीमारियां हो जाया करती है।
मोटापा के कारण
खान-पान की गलत आदत और खराब जीवनशैली से शारीरिक सक्रियता में कमी हो जाती है और इसी कारण से ग्रसित हो जाते है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार भारत में स्कूल जाने वाले 20 प्रतिशत बच्चे ओवरवेट हैं। धीरे-धीरे यह मोटापे की समस्या लगातार गंभीर हो रही है। आईए जानते है मोटापे का क्या कारण है।
- तनाव- तनाव के कारण शरीर में कई हार्मोन्स का स्तर बढ़ जाता है, इससे शरीर की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है और पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
- गर्भावस्था– गर्भावस्था के समय बच्चे के विकास के कारण महिलाओं का भार बढ़ जाता है और बच्चे के जन्म के बाद भी महिलाओं का भार कम नहीं होता यही मोटापे का कारण होता हैं।
- बीमारियां– कई बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर, हाइपर थारॉइडिज्म और शरीर में कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर भी मोटापे का कारण होते हैं।
- दवाओं के दुष्प्रभाव- कुछ दवाएं जैसे गर्भनिरोधक गोलियां, स्टेरॉयड हार्मोन, डायबिटीज, अवसाद और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने वाली दवाओं के कारण भी वजन बढ़ जाता है।
- अनिद्रा– मोटापा बढ़ने का एक कारण नींद की कमी भी है।
- आनुवंशिक कारण– मोटापा बढ़ने का एक कारण आनुवंशिक भी है। जिनके माता-पिता मोटे हैं उनकी संतान भी मोटापे का शिकार होते है।
मोटापा के लक्षण
मोटापा एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें शरीर पर वसा की परतें इतनी मात्रा में जम जाती हैं कि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाती हैं। मोटापा के प्रमुख लक्षण।
- मोटापा के कारण बार-बार साँस फूलने की समस्या का होना जो कई कारणों से हो सकता है और कई रोगों का कारण बनता है।
- अचानक से बार-बार अधिक पसीना आना।
- रात को नींद में बहुत खर्राटे आना।
- लगातार थकान का अनुभव करना भी मोटापे का ही एक लक्षण है।
- पीठ और जोड़ों में दर्द होना आदि यह मोटापे के मुख्य लक्षण है।
मोटापे के कारण लोग स्वयं को सबसे अलग और एकाकी महसूस करने लगते हैं। मोटापा एक बीमारी है जिसका घरेलू तरीको से इलाज किया जा सकता है। तो आइये ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खों के बारे मे जानते है।
- पानी– शरीर को ठीक प्रकार अपने कार्य करने के लिए लिए खूब पानी की जरूरत होती है।
- खाना खाने के बाद गरम पानी पीना लाभदायक होता है।
- पानी से पाचन ठीक रहता है और शरीर मै मौजूद अतिरिक्त वजन कम होता है।
- सेब का सिरका- सेव के सिरके से रक्त शर्करा के नियन्त्रित होने के कारण यह वजन कम करने में सहायक होता है।
- बंद गोभीपत्ता- बंद गोभी (पत्ता गाभी) एक खास सब्जी है। बंदगोभी का सूप फैट की मात्रा का घटा देता है और साथ ही शरीर को एनर्जी देता है।
- करौंदे का जूस– करौंदा विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत है। करौंदा में एंटीऑक्सीडेंट होता है। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और फैट कम करने में आसानी होती है।
- ग्रीन टी– ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे फैट कम किया जा सकता है।
- हर रोज ग्रीन टी लेने से मोटापा कम किया जा सकता है। ग्रीन टी से शरीर में फैट बर्न करने में मदद मिलती है।
- एक्सरसाइज– मोटापा कम करने के लिए एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। शुरूआत में चाहे आप एक्सरसाइज कम करें लेकिन बाद में इसका समय बढ़ा दें।
- एक्सरसाइज से पहले जंप करे, दौड़ने-उछलने-कूदने जैसे व्यायाम करे उसके बाद एक्सरसाइज करे।
- एक्सरसाइज करते समय पानी अपने साथ रखें। जिससे आपको जल्दी थकान न हो और आपकी सांस न फूलें।
- नींबू और शहद– सुबह उठते ही खाली पेट नींबू और शहद मिलाकर एक गिलास गुनगुना पानी पीएं।
- जंकफूड, चॉकलेट, केक, टॉफी, आइसक्रीम, कैंडी आदि को नहीं खाना चाहिए।
- मिठाई, चीनी, चीनीयुक्त खाद्य पदार्थ और नमक को बिल्कुल भूल जाएं या इनकी मात्रा कम कर दें।
- आलू, अरबी, कचालू जैसे खाने को नहीं खाना चाहिए।
- खाना खाने से कुछ देर पहले एक गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।
- खाना खाने के बाद कुछ देर टहलना चाहिए, इससे अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है।
- बिना भुख के खाना नहीं खाना चाहिए।
- सुबह का नाश्ता पूरा करना चाहिए, जिससे समय से पहले भुख न लगे।
- स्नैक्स खाने की जगह सलाद खाना ज्यादा फायतेमंद होता है। जैसे गाजर, खीरा, ककड़ी भूने चने, सलाद, मुरमुरे, रोस्टेड स्नैक्स आदि खाया जा सकता हैं।
- खाना खाते ही सोने नहीं चाहिए, खाना खाने के बाद कुछ देर टहलना चाहिए।
असंतुलित व्यवहार, मानसिक तनाव की वजह, ज्यादा भोजन करने से मोटापा बढ़ जाता है और मोटापा कम करके अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है।
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